आईसीसी महिला विश्वकप क्रिकेट टूर्नामेंट: भारतीय टीम इतिहास रचने से चंद कदम दूर
डर्बी (एजेंसी)। आईसीसी महिला विश्वकप में इतिहास रचने से चंद कदम दूर भारतीय महिला क्रिकेट टीम पिछले दो मैच हारने के बाद फिलहाल संकट की स्थिति में फंस गई है और अब उसके लिए टूर्नामेंट में लीग का न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी मुकाबला करो या मरो का हो गया है। भारत और न्यूजीलैंड की स्थिति फिलहाल टूर्नामेंट में एक जैसी है और वह अभी आठ अंकों के साथ चौथे जबकि कीवी टीम सात अंकों के साथ पांचवें पायदान पर है।
यदि भारत यह मैच जीतता है तो वह सेमीफाइनल में स्थान पक्का कर लेगा और हारने की स्थिति में न्यूजीलैंड अंतिम चार में जगह बना लेगा। वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकार्ड अपने नाम करने वाली स्टार बल्लेबाज मिताली राज के नेतृत्व में टीम ने अब तक विश्वकप में कमाल का खेल दिखाया है और शुरुआती चारों मैच जीते लेकिन पिछले दो मैचों में दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया से मिली हार ने उसके समीकरण बिगाड़ दिए हैं।
भारत के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ यह मैच अहम क्वार्टरफाइनल की तरह हैं जिससे उसे अभ्यास मैचों में शिकस्त झेलनी पड़ी थी। भारतीय टीम के लिए अब पूरी गंभीरता से अपने 100 फीसदी प्रदर्शन के साथ न्यूजीलैंड से पार पाने के अलावा अब कोई विकल्प नहीं बचा है। न्यूजीलैंड ने टूर्नामेंट में अब तक छह मैचों में तीन जीते हैं और दो हारे हैं जबकि एक का परिणाम नहीं निकला।
शेष एक स्थान के लिए मैदान में जंग
वह भारत से भले ही एक पायदान नीचे हो लेकिन अभी दोनों के पास अंतिम चार में पहुंचने का बराबर मौका है, ऐसे में मिताली एंड कंपनी को हर हाल में सतर्कता के साथ कीवी टीम को हराना होगा। इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की टीमें अपना अपना स्थान सेमीफाइनल में सुनिश्चित कर चुकी हैं और अब भारत और न्यूजीलैंड इस शेष एक स्थान के लिए मैदान में जंग के लिए तैयार हैं। वर्ष 2005 में आस्ट्रेलिया से महिला विश्वकप के फाइनल में हारकर खिताब से चूकी भारतीय क्रिकेट टीम के पास हालांकि बल्लेबाजी और गेंदबाजी में बढ़िया क्रम है और वह वनडे क्रिकेट में पिछले काफी समय से कमाल का प्रदर्शन कर रही है।
पूनम पिछले छह मैचों में एक शतक और एक अर्धशतक सहित 277 रन बनाकर टीम की श्रेष्ठ स्कोरर हैं। इसके साथ रिकार्डधारी कप्तान मिताली (247) दूसरे नंबर पर हैं। स्मृति मंधाना और दीप्ति शर्मा भी क्रम की उपयोगी बल्लेबाज हैं। इसके अलावा गेंदबाजों में एकता बिष्ट (नौ विकेट) टीम की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं जबकि पूनम और दीप्ति सात-सात विकेट ले चुकी हैं। झूलन अनुभवी गेंदबाज हैं और उनकी अपनी उपयोगिता रहेगी। वैसे झूलन को विकेट के मामले में विश्वकप में अब तक खास सफलता नहीं मिली है और उन्होंने 48.50 के औसत से चार विकेट निकाले हैं।
विश्वकप में अब तक भारतीय टीम का सफर
भारत ने अपने पहले चार मैचों में इंग्लैंड को 35 रन से, वेस्टइंडीज को सात विकेट से, पाकिस्तान को 95 रन से और श्रीलंका को 16 रन से हराया था। भारत ने पांचवें मैच में दक्षिण अफ्रीका को 273 रन का विशाल स्कोर बनाने का मौका दे दिया और खुद भारतीय टीम 158 रन पर लुढ़क गई। भारत का दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया के खिलाफ गेंदबाजी में बेहद खराब प्रदर्शन रहा। टूर्नामेंट शुरु होने से पहले भारत को न्यूजीलैंड से अभ्यास मैच में सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। इसे देखते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी लीग मैच भी भारत के लिए आसान नहीं होगा।
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