नयी दिल्ली। कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण लाॅकडाउन की स्थिति के मद्देनजर राज्यों में सीमित संख्या में बुलाकर किसानों से रबी फसलों की खरीद शुरू की गयी है। हरियाणा के 163 केंद्रों पर चना और सरसों की खरीद शुरू की गई है और शारीरिक दूरी बनाये रखने को लेकर किसानों को सीमित संख्या में बुलाया जा रहा है । हरियाणा में पहले दो दिनों में लगभग 10,111 किसानों से 27,276 टन से अधिक सरसों की खरीद की गई है। कृषि मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश में चना, मसूर और सरसों की खरीद के लिए तैयारी कर ली गई है और किसानों को अपनी उपज खरीद केंद्रों पर पहुंचाने के लिए सूचित किया गया है।
प्रत्येक खरीद केंद्र में अधिकतम 10 किसानों को प्रति दिन बुलाया
राजस्थान के कोटा डिवीजन में लाॅकडाउन की घोषणा के बाद दलहन और तिलहन की खरीद बंद कर दी गई। इस माह की 15 तारीख से कोटा डिवीजन के 54 केंद्रों ने कार्य करना शुरू कर दिया है और आने वाले दिनों में कई और खरीद केंद्रों को चालू किया जाएगा। राजस्थान के शेष हिस्सों में मई के पहले सप्ताह से खरीद किया जाना है। प्रत्येक खरीद केंद्र में अधिकतम 10 किसानों को प्रति दिन बुलाया जाता है और उसी के अनुसार किसानों को सूचना भेजी जाती है।
रबी सीजन 2020-21 में मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर दलहन और तिलहन की खरीद की जा रही है। नेफेड और भारतीय खाद्य निगम ने करीब 785 करोड़ रुपये मूल्य की 1,33,987 टन दलहनों और 29,264 टन तिलहनों की खरीद की है । इससे कुल 1,14,338 किसान लाभान्वित हुए हैं। दालों के बफर स्टॉक के लिए नेफेड की ओर से मूल्य स्थायीकरण कोष (पीएसएफ) योजना के तहत किसानों से एमएसपी पर अरहर की खरीद की जा रही है।
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