71342 किसानों को होगा फायदा, मिल सकेगी ब्याज से छूट
चंडीगढ(अश्वनी चावला)। पंजाब के किसानों की भलाई के लिए बनाए गए सहकारी कृषि विकास बैंक को ही 71 हजार 342 किसानों ने 13 अरब 63 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया है। इन किसानों ने 10 वर्ष या फिर इस से भी पहले भी इस बैंक से कर्ज तो लिया परंतु इस की वापसी करने संबंधी कोई भी किश्त नहीं दी, जिस कारण मजबूरी खातिर सहकारी कृषि विकास बैंक को इन सभी 71 हजार 342 किसानों को डिफालटर घोषित करार दे दिया है।
एक मुश्त अदायगी की योजना लेकर आएगा सहकारी कृषि बैंक
इन किसानों के खिलाफ सरकार कोई भी सख़्त कार्रवाई करने से पहले एक मौका देने के लिए विचार किया जा रहा है, जिसके द्वारा एक मुश्त स्कीम के सहारे यह किसान सिर्फ मूल रकम देकर ही कर्ज मुक्त हो सकते हैं, यदि किसी ने इस एक मुश्त स्कीम का फायदा नहीं लिया तो उन सभी के खिलाफ सख़्त कार्रवाई शुरू हो जाऐगी। पंजाब राज सहकारी कृषि विकास बैंक के मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने ‘सच कहूँ’ के साथ बातचीत करते हुए कहा कि किसानों की भलाई के लिए बैंक की तरफ से कई तरह की स्कीमें चलाते हुए उनको फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई थी परंतु किसानों ने बैंक द्वारा दी गई मदद को ब्याज सहित वापिस तो क्या करना था।
बैंक का मूल भी दबा कर रख लिया है। उन्होंने कहा कि कृषि बैंक के पास ऐसे 10 लाख से अधिक लोन लेने वाले किसानों की लिस्ट है, जो कि पिछले 8-10 सालों से लोन की अदायगी ही नहीं कर रहे हैं, जिस कारण बैंक खुद कर्जदार हो गया है।
पिछले 8-10 सालों से नहीं कर रहे अदायगी
इस समय पंजाब राज सहकारी कृषि विकास बैंक ने 71 हजार 342 किसानों से 13 अरब 63 करोड़ रुपये लेने हैं, जब कि इन 71 हजार से अधिक किसानों द्वारा एक भी पैसा वापिस नहीं किया जा रहा है। इसलिए उनकी तरफ से कोई भी सख़्त कार्रवाई करने से पहले सभी किसानों को एक वन टाईम सेटलमेंट (एक मुश्त) दी जा रही है। यदि इस स्कीम नीचे किसानों ने अपना रकम का मूल वापिस नहीं किया तो उनके खिलाफ हर तरह की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सबसे पहले उनकी राडार पर 10 लाख से अधिक कर्ज लेने वाले किसान ही हैं, जिनको इस स्कीम के बाद तुरंत नोटिस जारी कर दिए जाएंगे। रंधावा ने कहा कि यह एक मुश्त स्कीम अगले कुछ दिनों में घोषित कर दी जाएगी।
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