मिड-डे-मील और आंगनवाड़ी सैंटर द्वारा बच्चों को मिल रहे खाने की की जांच | Inspection
- बच्चों तक शुद्ध खाने की पहुंंच यकीनी बनाना हमारी पहली प्राथमिकता : शेरगिल
पटियाला(खुशवीर सिंह तूर)। पंजाब स्टेट फूड कमीशन के मैंबर कैप्टन प्रीतदेव सिंह शेरगिल्ल (सेवानिवृत आईएएस) ने आज सरकारी एलिमेंट्री स्कूल लंग का (Inspection) दौरा कर मिड-डे-मील और आंगनवाड़ी सैंटर द्वारा बच्चों को मिल रहे खाने की जांच की। इस मौके उन्होंने अधिकारियों को कहा कि बच्चों को मिलने वाले खाने की गुणवत्ता संबंधी वह स्कूलों में खुद जाकर चैकिंग करें, जिससे बच्चों को मिलने वाले खाने की गुणवत्ता को यकीनी बनाया जा सके। उन्होंने मिड-डे-मील के लिए बने खाने की जांच की और स्टाक रजिस्टर के अलावा मिड डे-मील बनाने वाले कर्मचारियों के साथ बातचीत करते कहा कि सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए तैयार होने वाले खाने का कर्मचारी इस ढंग से ख़्याल रखें, जैसे वह अपने बच्चों के लिए तैयार होने वाले खाने का ख़्याल रखते हैं।
खाने में किसी किस्म की ढील नहीं की जाएगी बर्दाश्त | Inspection
- खाने संबंधी यदि किसी किस्म की ढील बरती गई तो वह बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
- आंगनवाड़ी सैंटर का दौरा कर छह साल से कम उम्र के बच्चों को मिलने वाली खुराक,
स्टाक रजिस्टर और विद्यार्थियों के उपस्थिति रजिस्टरों की जांच की। - छोटे बच्चों को मिलने वाली खुराक की गुणवत्ता और भी जरूरी है और यह एक जिम्मेदारी भी है ।
- छोटे बच्चों को पौष्टिक खुराक के साथ इन्फेक्शन आदि से बचाने के लिए सफाई का ध्यान रखने की जरूरत होती है।
- उन्होंने अधिकारियों को छोटे बच्चों को मिलने वाली खुराक की तरफ विशेष ध्यान देने की हिदायत दी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी गुलबहार सिंह तूर ने 6 साल से कम उम्र के बच्चों को मिलने वाले खाने संबंधी कमीशन और मैंबर को जानकारी दी और बताया कि लंग स्कूल में चार आंगणवाड़ी सैंटर सफलतापूर्वक चल रहे हैं। इस मौके शिक्षा विभाग की ओर से बलविन्दर सिंह ने मिड-डे-मील सम्बन्धित मैंबर को जानकारी दी। इस मौके सीडीपीओ सुप्रीत बाजवा सहित शिक्षा विभाग के सदस्य भी मौजूद थे।
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