चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब में शांति बनाए रखने के लिए सरकार की तरफ से कई दिनों से पाबंदियां लगाई जा रही हैं. इस हिसाब से लगातार तीन दिनों तक (पंजाब में इंटरनेट) इंटरनेट बंद रखा गया। किसी के मोबाइल फोन पर इंटरनेट सेवा नहीं चली और यह मामला हाईकोर्ट भी पहुंच गया। इसके बाद पंजाब के ज्यादातर जिलों में इंटरनेट भी शुरू कर दिया गया। अब आज इसी के साथ ही सरकार का अपडेट आया है।
पंजाब के दो जिलों तरनतारन और फिरोजपुर में कल 24 मार्च (पंजाब में इंटरनेट) तक इंटरनेट बंद रहेगा। इन दोनों जिलों में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध बढ़ा दिया गया है। आज दोपहर 12 बजे से अमृतसर के अजनाला और मोगा को छोड़कर पंजाब के अन्य जिलों में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है. कल दिनांक 24 मार्च 2023 दोपहर 12 बजे तक तरनतारन और फिरोजपुर जिलों में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस पर प्रतिबंध जारी रहेगा।
पंजाब के अधिकांश जिलों में इंटरनेट सेवाएं बहाल
पंजाब में ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के कारण राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर पंजाब सरकार ने राज्य के कुछ इलाकों में गुरुवार दोपहर तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर लगी रोक बढ़ा दी है, जबकि राज्य के बाकी हिस्सों में मंगलवार दोपहर से प्रतिबंध हटा लिया जाएगा।
गृह मामलों और न्याय विभाग ने मंगलवार को एक आदेश में कहा कि पंजाब के जिला तरनतारन, फिरोजपुर, मोगा, संगरूर, अजनाला सब-डिवीजन, मोहाली वाईपीएस चौक और एयरपोर्ट रोड में इंटरनेट 23 मार्च तक बंद रहेगा। मंगलवार दोपहर से राज्य के बाकी हिस्सों से प्रतिबंध हटा लिया जाएगा।
आदेश में कहा गया है, ‘यह निर्देश दिया जाता है कि सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं , सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं, वॉयस कॉल को छोड़कर, 21 मार्च दोपहर 12 बजे से 23 मार्च दोपहर 12 बजे तक केवल तरनतारन, फिरोजपुर, मोगा, संगरूर, अमृतसर में उप-मंडल अजनाला, वाईपीएस चौक और एयरपोर्ट रोड से सटे क्षेत्रों में निलंबित रहेंगी। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि राज्य के शेष सभी क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 21 मार्च की दोपहर 12 बजे से सामान्य रूप से काम करना शुरू कर देंगे।
पंजाब के अमृतसर में जी-20 शिखर (Amritpal Singh Arrest Operation) सम्मेलन संपन्न होने के एक दिन बाद पुलिस ने शनिवार को खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान चलाते हुए अब तक कुल 78 लोगों को गिरफ्तार किया है तथा अन्य को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
भगोड़े अमृतपाल सिंह के सभी साथी गिरफ्तार, जालंधर कमिश्नर बोले- ‘जल्द गिरफ्तार करेंगे’
भगोड़ा अमृतपाल, उसके साथियों की धरपकड़ के लिये बड़े पैमाने पर अभियान Punjab News
पंजाब में अलगाववादी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और अनेक साथियों के गत शनिवार को पुलिस कार्रवाई के दौरान बच निकलने के बाद इन्हें पकड़ने के लिये बड़े पैमाने पर राज्यव्यापी अभियान शुरू किया गया है लेकिन 24 से ज्यादा घंटे बीत जाने के बाद भी उसके हाथ खाली हैं। पुलिस का दावा है कि अमृतपाल और उसके साथियों को पकड़ने के लिये गत शनिवार को की गई कार्रवाई में सात लोगों को हिरासत में लिया गया था लेकिन इस दौरान अमृतपाल फरार हो गया। जबकि पुलिस की लगभग 60 गाड़ियां इनके पीछे लगी हुई थीं।
पुलिस लगातार पीछा कर रही है | Punjab News
जालंधर के पुलिस आयुक्त कुलदीप चहल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भगोड़ा घोषित अमृतपाल और उसके साथियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने हालांकि इस सम्बंध में बनाई गई रणनीति का खुलासा नहीं किया। उन्होंने कहा कि उसके कुछ साथी गिरफ्तार किये गये हैं और कुछ फरार हैं। राज्य पुलिस तथा केंद्रीय और राज्य की खुफिया एजेंसियां भी मुस्तैदी से इनकी लोकशन का पता लगाने में जुटी हुई हैं। इस बीच अमृतसर के सात साथियों को आज अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 23 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। अमृतपाल समेत इन और उसके साथियों पर अवैध रूप से हथियार रखने पर रविवार को अमृतसर ग्रामीण थाने में शस्त्र अधिनियम के तहत एक और मामला दर्ज किया गया।
पुलिस बल तैनात | Punjab News
वहीं पुलिस का दावा है कि राज्य में स्थिति नियंत्रण में है तथा मोबाईल इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी सोमवार 12 बजे तक बढ़ा दी गई है। अलबत्ता ब्रॉडबैंड सेवाएं जारी हैं। अमृतसर, फाजिल्का, मोगा, बठिंडा, मुक्तसर, संगरूर, एसएएस नगर, गुरदासपुर, लुधियाना, जालंधर समेत कई जिलों में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ वहां पुलिस के अलावा त्वरित कार्रवाई बल(आरएएफ) की तैनाती की गई है। लोगों में सुरक्षा का भाव पैदा करने के लिये पुलिस और सुरक्षा बलों ने इन जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों और मुख्य बाजारों में आज फ्लैग मार्च भी निकाला।
पुलिस अमृतपाल की पंजाब में ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों में भी उसकी लोकेशन का पता लगा रही है। इस काम में खुफिया तंत्र भी अलर्ट पर है। पंजाब की पड़ोसी राज्यों हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के साथ लगती सीमाएं सील कर दी गई हैं लेकिन पुलिस अधिकारी इन राज्यों के अपने समकक्ष अधिकारियों के साथ सम्पर्क में हैं। राज्य में सभी निकासी मार्गों पर नाकेबंदी की गई है तथा वाहनों की तलाशी ली जा रही है। वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय भी पंजाब की स्थिति पर नजर रखे हुये है और राज्य सरकार से इस बारे में जानकारी ले रहा है।
अमृतपाल पर दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं। अपने करीबी लवप्रीत सिंह की पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी पर अमृतपाल ने गत 23 फरवरी को अपने हजारों समर्थकों के साथ गुरू ग्रंथ साहिब की आड़ लेकर अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इस घटना के बाद से पुलिस और सरकार की जहां भारी किरकिरी हो रही थी वहीं इनकी कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग गया था। अनेक राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने अमृतपाल की इस कृत्य के लिये भर्त्सना की थी। उस पर भीड़ को पुलिस पर हमले के लिए उकसाने और भड़काऊ भाषण देने को लेकर मामले दर्ज हैं।
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