चंडीगढ़। पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार के सत्ता में आने के बाद पंजाब पर्यटन के नए केंद्र के रूप में उभरकर सामने आ रहा है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अपने कार्यकाल के पहले साल में ही यह घोषणा कर दी थी कि उनकी सरकार में पर्यटन और टूरिज्म पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और अब उनकी मेहनत रंग भी ला रही है। जहां पंजाब में पर्यटन बढ़िया हो रहा है, वहीं पंजाब के स्थानीय मेलों और त्योहारों को बड़े पैमाने पर मनाना शुरू कर दिया गया है।
पिछले साल की तर्ज पर 2025 की शुरूआत होते ही पंजाब में बड़े पैमाने पर मेलों और त्योहारों को मनाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। ये मेले और त्योहार दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। इस साल की शुरूआत फिरोजपुर में बसंत मेला, किला रायपुर में ग्रामीण ओलंपिक और पटियाला में पटियाला हेरिटेज फेस्टिवल जैसे आयोजनों के साथ हुई है। ये उत्सव न केवल पंजाब की समृद्ध विरासत और परंपराओं की झलक पेश करते हैं, बल्कि राज्य को शीर्ष पर्यटक केंद्र के रूप में भी स्थापित करते हैं। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के योग्य नेतृत्व में पंजाब एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में अपनी पहचान फिर से स्थापित कर रहा है।
राज्य की समृद्ध विरासत की बहाली और पर्यटन के विस्तार के प्रति सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता के चलते कई सिलसिलेवार पहल की गई हैं, जिनके माध्यम से पंजाब के इतिहास, समृद्ध संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत को बेहतरीन ढंग से प्रदर्शित किया गया है। पंजाब सरकार ने फतेहगढ़ साहिब में दीवान टोडर मल के ऐतिहासिक निवास स्थान जहाज हवेली की बहाली शुरू करके सिख विरासत को संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। दीवान टोडर मल, जिन्होंने गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी जी की शहादत के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिए जमीन खरीदी थी, की हवेली को इसकी पुरानी शक्ल देने के लिए दीवान टोडर मल हेरिटेज फाउंडेशन, पंजाब अपनी देखरेख में कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब देशभर में फार्म स्टे पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है, जो पर्यटन के मोर्चे को भी बदल रहा है। पंजाब सरकार खेती, ग्रामीण और फार्म टूरिज्म को विकसित करने के लिए बड़े पैमाने पर काम कर रही है, जिसके परिणामस्वरूप फतेहगढ़ साहिब जिले के हंसाली गांव को सितंबर 2024 में भारत का सबसे उत्कृष्ट गांव चुना गया था। कृषि पर्यटन न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए लाभकारी है, बल्कि इससे किसानों की आय भी बढ़ती है, जिससे पर्यटन क्षेत्र में नए अवसर पैदा होते हैं।