प्रथम बजटबड़ी संख्या में बेरोजगार युवा बजट से निराश, कहा: नहीं हुए वायदे वफा
संगरूर (गुरप्रीत सिंह)। पंजाब सरकार द्वारा पेश किए अपने प्रथम बजट में राज्य के युवाओं की बेरोजगारी संबंधी चिंता को समाप्त करने का कोई प्रयास नहीं किए जाने के कारण बड़ी संख्या में बेरोजगार युवाओं में निराशा का आलम है। राज्य में इस समय 40 लाख से ज्यादा बेरोजगार युवा हैं, जो डिग्रियां, टेस्ट पास करके अपने गुजारे के लिए नौकरी की तालाश में हैं।
गत 10 वर्षों से संघर्ष कर रहे बेरोजगार संगठनों को कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार से उमीद थी कि शायद नई सरकार के पहले बजट में उनके लिए कुछ खास होगा, किन्तु सरकार द्वारा पेश बजट ने बेरोजगार युवाओं को कोई खुश खबरी नहीं दी। ‘सच कहूँ’ द्वारा कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार के पहले बजट को लेकर विभिन्न बेरोजगार युवा संगठनों के नेताओं से बातचीत की गई, जिनमें ज्यादातर नेताओं ने इस बजट को बेरोजगारों को लिए खाली जेब वाला बजट घोषित किया है।
बजट ने तोड़ी उमीदें: नीलम रानी
इस संबंधी बातचीत करते हुए बेरोजगार बीएड टैट एंड सबजेक्ट पास पंजाब की प्रदेशाध्यक्ष नीलम रानी ने कहा कि उनके संगठन के 8500 से अधिक युवा बीएड पास करने के बाद टैट का टेस्ट भी पास कर चुके हैं।
इसके अतिरिक्त टैट के बाद अलग सबजेक्ट का टेस्ट भी पास कर चुके हैं, किन्तु अभी तक उन्हें कहीं भी ज्वाइन नहीं करवाया गया है। उन्होंने कहा कि वह गत दिनों से चंडीगढ़ में नौकरियां हासिल करने के लिए रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें नई सरकार के बजट से काफी उमीद थी कि शायद सरकार उनके अच्छे दिन लाने के प्रयास करेगी, किन्तु अफसोस इस सरकार ने भी पहले वाली सरकार की तरह बेरोजगारों की मांगों को अनदेखा किया है।
प्रत्येक घर में नौकरी का वायदा नहीं हुआ पूरा: मक्खन तोलावाल
‘सच कहूँ’ से बातचीत करते हुए ईटीटी/ईजीएस अध्यापक जत्थेबंदी के अध्यक्ष मक्खन सिंह तोलावाल ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले युवाओं से वायदा किया था कि सरकार बनने पर प्रत्येक घर में एक-एक नौकरी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने पहले बजट में साबित कर दिया है कि वह पंजाब में बेरोजगारी के समाधान के लिए कितनी गंभीर है। पंजाब सरकार द्वारा पेश किया गया बजट निराशाजनक है।
बजट ने बची आस भी धुंधली कर दी: भड़ो
बेरोजगार लाईनमैन यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सोमा सिंह भड़ो ने कहा कि कैप्टन सरकार भी अकाली सरकार के रास्ते पर चल पड़ी है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह, महाराणी परनीत कौर व साधू सिंह धर्मशोत ने संघर्ष दौरान वायदा किया था कि कांग्रेस सरकार आने पर 4 हजार बेरोजगार लाईनमैनों को नौकरी दी जाएगी,
किन्तु सरकार के पहले बजट ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया है और उनकी बची आस भी धुंधली होने लगी है। उन्होंने कहा कि उनके बड़ी संख्या में बेरोजगार ओवरएज हो चुके हैं, जिन्हें अन्य कोई नौकरी की आस भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने बजट में बेरोजगारों को निजी टैक्सियों में नौकरी देने का प्रोग्राम बना रही है, जबकि सरकारी विभागों में बड़े स्तर पर पोस्टें खाली पड़ी है, जिन्हें भरने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा पेश किए गए बजट से बेरोजगारों को काफी उमीदें थी, लेकिन यह बजट बेरोजगारों के लिए सिर्फ निराशा ही लेकर आया है।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।