Stubble Burning: पंजाब में हरियाणा के मुकाबले पराली जलाने के मामलों में आई बड़ी गिरावट

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Stubble Burning: पंजाब में हरियाणा के मुकाबले पराली जलाने के मामलों में आई बड़ी गिरावट

पंजाब में अब तक पराली जलाने के मामलों में 16 प्रतिशत की कमी देखी गई है, जो पड़ोसी राज्यों की तुलना में दोगुना है: गुरुमीत सिंह खुड्डियां

  • पंजाब में धान की खेती के अधीन 32 लाख हेक्टेयर, जबकि हरियाणा में 15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज़)। Chandigarh News: पंजाब ने पराली जलाने के मामलों में कमी के रुझान को बरकरार रखते हुए, पराली जलाने की समस्या को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। इस साल 23 अक्टूबर तक पराली जलाने के मामलों में पिछले साल के मुकाबले 16 फीसदी की गिरावट आई है। इस साल 23 अक्टूबर तक राज्य में 1,638 जगह पराली में आग लगाई गई है, जो पिछले साल के 1,946 मामलों से काफी कम है। Stubble Burning

पराली जलाने की घटनाओं में गिरावट के आंकड़े इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि पड़ोसी राज्य हरियाणा इस दौरान पराली जलाने की समस्या पर केवल 8 फीसदी तक ही काबू पा सका है।

इस संबंध में जानकारी साझा करते हुए पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि पंजाब में साल 2020 की तुलना में 2024 में पराली जलाने की घटनाओं में 88 फीसदी की भारी कमी आई है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, साल 2020 के दौरान राज्य में पराली जलाने के 13,894 मामले सामने आए थे, जो इस साल काफी हद तक कम होकर सिर्फ 1638 रह गए हैं। Stubble Burning

वहीं, पड़ोसी राज्य हरियाणा में इन वर्षों में केवल 56 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है

उन्होंने कहा कि इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि पंजाब में धान की खेती 32 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है, जो हरियाणा के 15 लाख हेक्टेयर से दोगुना से अधिक है।

बताने योग्य है कि पंजाब सरकार ने इस साल अब तक किसानों को 13,616 फसल अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) मशीनें प्रदान की हैं, जिससे 2018 के बाद से किसानों को प्रदान की गई मशीनों की कुल संख्या 1.43 लाख हो गई है।

मंत्री. खुड्डियां ने कहा कि पराली जलाने पर नियंत्रण करने और किसानों में जागरूकता पैदा करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा 8000 से अधिक नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं।

मंत्री ने ‘उन्नत किसान मोबाइल ऐप’ के बारे में भी जानकारी दी, जिसके माध्यम से छोटे और सीमांत किसानों को पराली प्रबंधन मशीनों तक आसान पहुंच के लिए 1.30 लाख सीआरएम को इसके साथ जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पराली प्रबंधन के लिए 500 करोड़ रुपये की कार्य योजना तैयार की गई है और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार इस मुद्दे से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। Stubble Burning

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं में कमी पंजाब सरकार और किसान समुदाय के ठोस प्रयासों का स्पष्ट प्रमाण है। उन्होंने कहा कि हमारी पहल, जिसमें सीआरएम मशीनरी की व्यवस्था और नोडल अधिकारियों की नियुक्ति शामिल है, के सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘उन्नत किसान’ मोबाइल ऐप हमारे किसानों को पराली प्रबंधन संसाधनों तक आसान पहुंच प्रदान करके इस समस्या से निपटने के सरकार के प्रयासों में सहयोग प्रदान कर रहा है।

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