कांग्रेस नेता उदित राज का विवादित बयान, बोले
नई दिल्ली (एजेंसी)। पुलवामा हमले को लेकर राहुल गांधी के बयान के बाद कांग्रेस पार्टी के नेता उदित राज ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि 2024 में चुनाव से पहले और पुलवामा अटैक हो सकता है। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि सत्ता में बने रहने के लिए 40 जवानों की जान का सौदा किया गया। उदित राज केंद्र पर निशाना साधते हुए शहीदों की जाति और वर्ग का भी हवाला दे दिया। उन्होंने राहुल गांधी से भी चार कदम आगे निकलते हुए कहा कि अगले लोकसभा चुनाव से पहले भी पुलवामा जैसा कोई नृशंस हमला हो सकता है।
देशभक्ति और राष्ट्रवाद जनता को भरमाने का एक टूल भर है : उदित राज
पुलवामा में उन्होंने सरकार का हाथ बताते हुए ट्वीट किया, ‘जो लोग सत्ता पाने के लिए गुजरात में नरसंहार करवा सकते हैं, वो सत्ता बनाए रखने के लिए 40 जवानों की जान का सौदा भी कर सकते हैं। इनके लिए देशभक्ति और राष्ट्रवाद जनता को भरमाने का एक टूल भर है।’ एक अन्य ट्वीट में उदित राज ने कहा, ‘सोशल मीडिया पर राष्ट्रवाद का प्रचार करने वाले लोग अक्सर उच्च जाति के होते हैं और जिन सैनिकों ने मुख्य रूप से हमले में अपनी जान गंवाई वे एससी/एसटी/ओबीसी समुदायों से आते हैं। हाशिए पर खड़े समुदायों को सत्ताधारी सवर्णों की देशभक्ति की कीमत चुकानी पड़ती है।
- उदित राज ने कहा, ‘राहुल जी ने बहुत ही माकूल सवाल किया है।
- पूरे देश को पूछना चाहिए इनसे कि पुलवामा हमले में क्या सच्चाई है।
- जब 14 फरवरी 2019 को ये हुआ तो बीजेपी के कार्यकर्ता पूरे देश में कैंडल मार्च निकालने लगे।
- ये विपक्ष का काम है। पक्ष का काम है तुरंत पता लगाइए।
- पक्ष-विपक्ष दोनों के काम को भाजपा ने अपने ऊपर ले लिया और उससे चुनाव जीते जो राहुल जी ने उठाया है।
- हम पूरा समर्थन करते हैं। जांच होनी चाहिए, वरना 2024 से पहले भी ऐसा कुछ होगा इस देश में।
भड़काऊ बयानबाजी पर सख्त हुई बीजेपी
नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद भारतीय जनता पार्टी भड़काऊ बयानबाजी को लेकर सख्त हो गई है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ‘देवबंद को आतंक की गंगोत्री’ बताने वाले पार्टी के फायर ब्रैंड नेता गिरिराज सिंह को शनिवार को तलब किया। नड्डा ने गिरिराज सिंह से करीब 15 मिनट तक चली मुलाकात के दौरान उन्हें सख्त चेतावनी दी और कहा कि विवादित बयानों से दूर रहें। नड्डा से मुलाकात के बाद गिररिाज सिंह ने मीडिया से बातचीत में कुछ नहीं कहा।
- नड्डा ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है ।
- जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था।
- ‘देश के गद्दारों को’ और ‘भारत-पाक मैच’ जैसे बयानों से पार्टी को दिल्ली चुनाव में नुकसान हुआ।