Pahalgam terror attack: अमृतसर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी कड़ी में शनिवार को अमृतसर में भी व्यापक रोष देखने को मिला। हिंदू संगठनों, शिवसेना और अमृतसर मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर शहर को पूर्ण रूप से बंद रखा गया। खासकर हाल बाजार क्षेत्र में सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद रहे। Amritsar News
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि पहलगाम की दर्दनाक घटना ने देशवासियों के दिलों को झकझोर कर रख दिया है। हर कोई इस हमले को लेकर गहरी पीड़ा और आक्रोश व्यक्त कर रहा है। जनमानस का कहना है कि यह हमला केवल एक क्षेत्र पर नहीं, बल्कि सम्पूर्ण भारत की आत्मा पर आघात है। शहर के विभिन्न हिस्सों में राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किए। कहीं मौन मार्च निकाले गए, तो कहीं दीप जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
सर्वसम्मति से बाजार बंद रखने का निर्णय लिया गया
होलसेल मार्केट संघ के सदस्य यशकर सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि बीती रात शिवसेना नेताओं के साथ बैठक के बाद सर्वसम्मति से बाजार बंद रखने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि आज अमृतसर की अधिकतर दुकानें बंद रहीं और प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी इसी प्रकार विरोध तेज होने की संभावना है।
ज्ञात हो कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी। इस जघन्य हमले ने पूरे देश को आक्रोशित कर दिया है। कई राज्यों में व्यापारी संगठनों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर विरोध दर्ज कराया है। अमृतसर के साथ ही भोपाल सहित कई अन्य शहरों में भी बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। नागरिकों ने एक स्वर में आतंकवाद के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग उठाई है। Amritsar News
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