नेशनल मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप का प्रोविजनल परिणाम जारी

National Means Cum Merit Scholarship

प्रदेशभर के 2337 विद्यार्थियों ने पास की परीक्षा

(National Means Cum Merit Scholarship)

  • परीक्षा उतीर्ण विद्यार्थियों को अब चार साल में मिलेगी 48 हजार की स्कॉलरशिप

सच कहूँ/सुनील वर्मा सरसा। हरियाणा में एक दिसंबर 2019 को आयोजित हुई नेशनल मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप (एनएमएमएस) परीक्षा का प्रोविजनल परिणाम जारी हो गया है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद गुरूग्राम (एससीईआरटी) द्वारा आयोजित इस स्कॉलरशिप परीक्षा में प्रदेशभर के 2337 विद्यार्थियों ने परीक्षा पास की है। परीक्षा पास इन विद्यार्थियों को अब जिला शिक्षा अधिकारियों की जाँच के पश्चात भारत सरकार के एमएचआरडी मंत्रालय द्वारा कक्षा 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई के लिए हर वर्ष 12 हजार रूपए की स्कॉलरशिप दी जाएगी। यानि चार साल में 48 हजार रूपए उन्हें छात्रवृत्ति के रूप में मिलेंगे।

परीक्षा पास करने वालों में सामान्य वर्ग के 1167, अनुसूचित जाति के 467, बीसीए वर्ग के 373, बीसी बी वर्ग के 260 व पीएच वर्ग के 6 विद्यार्थी शामिल है। विशेष बात यह है कि उक्त परीक्षा में प्रदेश के प्रत्येक जिले के अभ्यर्थियों के लिए एक कोटा आवंटित किया गया था। लेकिन आश्चर्य की बात है कि सरसा, रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़, जींद, फतेहाबाद व फरीदाबाद को छोड़कर प्रदेश का अन्य कोई भी जिला अपनी निर्धारित कोटे के पास नहीं पहुंच सका। जिस कारण निर्धारित कोटे की सीटें पास करने वाले 6 जिलों के अतिरिक्त अभ्यर्थियों को मेरिट के आधार पर मौका दिया गया है। बता दें कि उक्त स्कॉलरशिप परीक्षा में प्रदेशभर के 38866 बच्चों ने परीक्षा दी थी।

12 मार्च तक होगी प्रोविजनल परिणाम की जाँच

जिला गणित विशेषज्ञ नीरज पाहुजा ने बताया कि एससीईआरटी द्वारा एनएमएमएस का परिणाम जारी कर दिया गया है। अब जारी किए गए प्रोविजनल परिणाम की जाँच की जाएगी। जिसकी रिपोर्ट 12 मार्च 2020 तक एससीईआरटी गुरुग्राम की परीक्षा शाखा को मेल की जाएगा। सभी जाँच के पश्चात जिला गणित विशेषज्ञ व जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से प्रमाणित पत्र भी विभाग को भेजना होगा। उन्होंने बताया कि नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल 15 जुलाई से 20 सितंबर 2020 तक खुला रहेगा। जिस पर पात्रता पूरी करने वाले अभ्यर्थी को अपना पूरा ब्यौरा अपलोड करना होगा। अगर कोई अभ्यर्थी अपना ब्यौरा अपलोड करने से चूक जाता है तो उसे आॅफलाइन स्कॉलरशिप नहीं मिलेगी तथा इसके लिए वह स्वयं व स्कूल मुखिया जिम्मेवार होंगे।

जानिए अब किन बिन्दुओं की होगी जांच

  •  विद्यालय का दस अंकों का यूडीवाइस कोड भरना होगा।
  •  छात्र का नाम
  •  कैटेगरी, जिसमें सक्षम अधिकारी द्वारा बनाया गया प्रमाण पत्र देखा जाएगा।
  •  मोबाइल नम्बर की जाँच की जाएगी, अगर नम्बर नहीं होगा तो अपलोड किया जाएगा।
  •  यदि विद्यार्थी का आधार नम्बर नहीं भरा गया है,तो उसका आधार नम्बर भरा जाएगा।
  •  स्कूल का नाम (नोट इसमें जवाहर नवोदय विद्यालय व केन्द्रीय विद्यालय को शामिल नहीं किया जाएगा)।
  •  7वीं कक्षा में सरकारी विद्यालय से सामान्य वर्ग के लिए 55 प्रतिशत, आरक्षित वर्ग के लिए 50 प्रतिशत अंकों की जाँच होगी।
  •  माता-पिता दोनों की कुल आय सभी स्त्रोतों से 150000 से कम होनी चाहिए, देखी जाएगी।
  •  बैंक का नाम, खाता नम्बर व बैंक आईएफएससी कोड भरा हुआ है या नहीं।
  •  छात्र एनएमएमएस छात्रवृति के साथ कोई अन्य छात्रवृति तो नहीं ले रहा।

किस जिला से कितने विद्यार्थी हुए पास

जिला,       टोटल कोटा,      पास विद्यार्थी

सरसा             107              113
अंबाला           104             102
भिवानी          100              97
चरखीदादरी      58               56
फरीदाबाद       32               43
फतेहाबाद       106             158
गुरुग्राम         134            130
हिसार          170              169
झज्जर          99                97
जींद             97              109
कैथल           132              129
करनाल         127            123
कुरूक्षेत्र          132           128
महेन्द्रगढ़        74             90
पंचकुला          54             52
पानीपत           102           99
रेवाड़ी              91            98
रोहतक            100           94
सोनीपत            105          102
यमुनानगर         271         164
मेवात               79           59
पलवल              63           61

प्रदेशभर में आयोजित हुई नेशनल मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप परीक्षा का प्रोविजनल परिणाम जारी हो गया है। जिसमें प्रदेशभर के 2337 विद्यार्थियों ने परीक्षा पास की है। अब 12 मार्च तक प्रोविजनल परिणाम की जाँच होगी। अगर उसमें किसी परीक्षार्थी का रिकॉर्ड सही नहीं पाया जाता है तो उसका परिणाम कैंसल होगा।
– राजेश चौहान शेखावत, जिला शिक्षा अधिकारी सरसा।

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