मददगार बनी जननी सत्कार मुहिम
- गरीब गर्भवती महिलाओं व शिशुओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध करा रही साध-संगत
सरसा। यह एक पीड़ा देने वाला तथ्य है कि हर साल देश में 88 हजार महिलाओं की प्रसव या उससे जुड़े कारणों से मृत्यु हो जाती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक हिन्दुस्तान की आधी महिलायें खून की कमी की शिकार हैं और उन्हें गरीबी और भेदभाव के कारण पोषण का हक नहीं मिल रहा है, महिलाओं की यह स्थिति उनके अपने जीवन के लिए संकट तो है ही साथ ही उनके गर्भ में पनप रहे जीवन के लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है। पोषण और स्वास्थ्य के अधिकार के अभाव में उनके जीवन पर अनिश्चितता के घने बादल छाए रहते हैं।
इस मसले पर किये गए एक अध्ययन से पता चला कि मातृत्व मृत्यु की स्थिति में 70 फीसदी नवजात बच्चों या शिशुओं की भी मृत्यु हो जाती है। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने गर्भवती महिलाओं व उनके पेट में पल रहे बच्चों की सेहत का ख्याल रखते हुए जननी सत्कार व जननी-शिशु सुरक्षा मुहिम की शुरूआत की है जिसके तहत साध-संगत अपने-अपने ब्लॉकों में गरीब व जरूरतमंद गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार के साथ-साथ उनका इलाज भी करवा रही हैं। जननी-शिशु सुरक्षा मुहिम के तहत गरीब जच्चा-बच्चा का भरण-पोषण किया जा रहा है। मुहिम के तहत अब तक हजारों गर्भवती महिलाओं को संतुलित पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया गया है।
गरीब गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार देना व इलाज करवाना
हर महिला कि यह इच्छा होती है कि वह एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे लेकिन स्वस्थ शिशु पाना पूरी तरह से गर्भवती महिला के आहार पर निर्भर करता है। गर्भवती महिला अगर पौष्टिक आहार का सेवन नहीं करती तो उसे एनीमिया (खून की कमी) होने का अंदेशा बना रहता है। तो गर्भवती महिलाओं को गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए संतुलित पौष्टिक आहार के पर्याप्त सेवन की जरूरत होती है। कई गरीब गर्भवती महिलाओं को आर्थिक तंगी के चलते पौष्टिक आहार नहीं मिल पाता। ऐसी गरीब गर्भवती महिलाओं की सुध ली है सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा ने। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने ‘जननी शिशु सुरक्षा’ मुहिम की शुरूआत की है जिसके तहत न केवल गरीब गर्भवती महिलाओं को उनकी अच्छी सेहत के लिए आयरन, प्रोटीन विटामिन व मिनरल से भरपूर संतुलित पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जा रहा है बल्कि उनका इलाज भी कराया जा रहा है। इस मुहिम के तहत अब तक हजारों महिलाओं को लाभ मिला है।