जरूरतमंद गोशालाओं को नि:शुल्क उपलब्ध करवा रहे हरा चारा
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। एक किसान ऐसा भी है जो क्षेत्र की जरूरतमंद गोशालाओं में बंद गोवंश के लिए हर साल अपने खेत में हरा चारा की पैदावार कर नि:शुल्क उपलब्ध करवा रहा है। यह सिलसिला पिछले दस सालों से भी अधिक समय से जारी है। किसान की मानें तो गोमाता की कृपा से उसे इसका फल भी मिल रहा है। उसके खेत में हर साल अच्छी पैदावार हो रही है और वह भी कम खर्च पर। भद्रकाली क्षेत्र विकास सेवा समिति के भगवान सिंह खुड़ी ने बताया कि टाउन में भद्रकाली रोड स्थित मित्तल फैक्ट्री के पास उनकी कृषि भूमि है। Hanumangarh News
वे 2003 से लगातार गोशालाओं के लिए नि:शुल्क हरा चारा उपलब्ध करवा रहे हैं। हर साल 10 से 12 बीघा में हरा चारा तैयार कर गोशालाओं को गोवंश के लिए उपलब्ध करवाया जाता है। इसी क्रम में शुक्रवार को दो केएनजे की गोशाला के लिए हरा चारा उपलब्ध करवाया गया। खुड़ी के अनुसार गोशाला के लिए खेत में चारा पैदा करने का उस जमीन में पैदा की जाने वाली अगली फसल पर अलग ही प्रभाव होता है।
आधे खर्चे में होती है अच्छी पैदावार
आधे खर्चे में अच्छी पैदावार होती है। इस बार भयंकर गर्मी के बावजूद गोमाता की कृपा से ज्वार का एक भी पत्ता नहीं जला। ज्वार की फसल में न खाद डाली और न ही कोई कीटनाशक दवा का छिडक़ाव किया। सिर्फ नहर का पानी लगाया। उन्होंने बताया कि 2002 में एक दिन वे बाजार में बैठे थे। वहां बैठे नजदीक के एक गांव के बुजुर्ग ने गोशाला में हरा चारा की समस्या रखी। तभी से उनके मन में विचार आया कि वे हर साल गोशालाओं के लिए हरा चारा की बिजाई करेंगे। तब से यह क्रम जारी है। इस बार उन्होंने 12 बीघा में हरा चारा उगाया।
खुड़ी के अनुसार उनके खेत में पैदा हुआ हरा चारा अब तक अमरपुरा थेड़ी गोशाला, कोहला वन क्षेत्र, फाटक गोशाला, फतेहगढ़ खिलेरी बास, दो केएनजे गोशाला में उपलब्ध करवाया गया है। अभी भी पांच से सात बीघा में हरा चारा उपलब्ध है। कोई भी गोशाला संचालक उनके खेत से हरा चारा ले जा सकता है। Hanumangarh News
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