रोहतक में लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने रोके राष्ट्रीय राजमार्ग
बोले-भाजपा-जजपा नेताओं के कार्यक्रम नहीं होने देंगे
हिसार/नरवाना (संदीप सिंहमार/बिन्टू सिंह)। रोहतक में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में बदोवाल और खटकड़ टोल किसानों ने रविवार दोपहर एक बजे के बाद हिसार-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। सयुक्त मोर्चा के आह्वान पर बेलरखां गांव के किसानों ने भी दिल्ली-सगरूर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम रखा।
इसके अलावा दनोदा में हिसार-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग, उकलाना में सुरेवाला चौक पर टोहाना-बरवाला व चंडीगढ़ मार्ग, धीरणवास में हिसार से बालसमंद राजमार्ग, चौधरीवास में हिसार-राजगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग तथा लांधड़ी टोल प्लाजा पर हिसार-फाजिल्का नेशनल हाईवे नम्बर-9, गांव भाटला में हांसी-बरवाला मार्ग, जुलाना में जींद-रोहतक-दिल्ली मार्ग को भी किसानों ने जाम किया। किसानों ने सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को तीन बजे तक बंद रखा और तीन बजते ही सभी मार्गों को खोल दिया।
नरवाना में बदोवाल टोल प्लाजा पर किसानों ने सरकार को चेतावनी दी कि अब लड़ाई किसान की नहीं बल्कि नस्ल की लड़ाई है। किसान नेता मॉ. बलवीर सिंह , सतबीर पहलवान, होशियार सिंह, डॉ. सिक्किम, महेन्द्र बदोवाल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जान बुझकर अपने कार्यक्रम कर रहे हैं, ताकि किसानों व पुलिस में टकराव करवाया जाए, लेकिन किसान सूझबुझ से अपने विरोध की रणनीति तैयार करता है।
उन्होंने कहा कि जिस देश का राजा प्रजा को सुख नहीं दे सकता तो तुरंत गद्दी छोड़ देनी चाहिए। मॉ. बलवीर सिंह ने कहा कि जाम लगाकर जनता को परेशान करना हमारा उद्देश्य नहीं है, लेकिन 80 वर्ष के बुजुर्गों के सिर फोड़ने व लाठीचार्ज को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत व किसानों पर हमले भाजपा द्वारा करवाए जा रहे हैं। भाजपा भाईचारा खराब करने पर तुली हुई है।
भाजपा व जजपा के किसी कार्यक्रम को नहीं होने दिया जाएगा। सभी किसान कड़ा विरोध करेंगे। सरकार किसानों को थकाना चाहती है, लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर पीछे हटने वाला नहीं है। डॉ. सिक्किम ने कहा कि किसान कृषि कानूनों को रद्द करवाकर ही पीछे हटेंगे। उन्होंने कहा कि राजनेताओं की राजनीति किसान समझ चुके हैं।
वहीं शनिवार देर रात तक किसानों ने दनोदा में भी जाम लगाकर विरोध जताया था। जाम के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन पुलिस प्रशासन ने वाहनों को दूसरे रास्ते डायवर्ट कर दिया। इससे पूर्व खटकड़ टोल प्लाजा व बदोवाल टोल प्लाजा पर किसानों ने सयुक्त रूप से धरना दिया।
इस दौरान बड़ी तादाद में किसान मौजूद रहे। बदोवाल टोल प्लाजा पर किसान धरने को पूनम पंडित ने संबोधित किया और सरकार पर जमकर निशाना साधा। वहीं मिट्टी सत्याग्रह की अगुवा मेधा पाटेकर ने भी बदोवाल टोल पर किसानों को हौंसला बढ़ाया और उनकी एकता को सराहा। गौरतलब है कि पिछले 100 दिन से ज्यादा समय होने पर भी बदोवाल टोल पर किसानों का धरना लगातार जारी है।
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