संतकबीरनगर (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)में संतकबीरनगर जिले की कठिनइया नदी के असनहरा घाट पर पुल की मांग को लेकर जारी आंदोलन के बीच शुक्रवार को एक बुजुर्ग सत्याग्रही की मृत्यु हो गई। जल सत्याग्रह/जल समाधि संघर्ष मोर्चा असनहरा घाट पर पुल की मांग को लेकर पिछले करीब डेढ महीने से जारी यह आंदोलन प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार में शामिल घटक दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता शैलेश कुमार राजभर के नेतृत्व में चलाया जा रहा है।
आंदोलन कर रहे लोगों के अनुसार देवी शरण गौड़ (62) इस सत्याग्रह में तीन सितंबर को शामिल हुए थे। तबीयत खराब होने पर उन्हे बस्ती जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शुक्रवार को उनकी मृत्यु हो गई। आंदोलन के मद्देनजर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी दो बार जिले में आ चुके हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका।
संघर्ष मोर्चा के संयोजक शैलेश कुमार राजभर ने कहा कि बुजुर्ग सत्याग्रही की मौत का जिम्मेदार शासन-प्रशासन है। उन्होंने मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और दोषी अधिकारियों पर हत्या मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। साथ ही कहा है कि पुल और सड़क का निर्माण जब तक शुरू नहीं किया जाता है तब तक मृतक का अन्तिम संस्कार उनके परिवार वाले नहीं करेंगे।
इस संबंध में प्रभारी जिलाधिकारी/अपर जिलाधिकारी (वि/रा) रण विजय सिंह ने ‘यूनीवार्ता’ को बताया कि मृतक आंदोलनकारी देवीशरण गौड़ को कुछ माह पहले कुत्ते ने काट लिया था। एण्टी रैबीज का इंजेक्शन नहीं लगवाया था। इस कारण उन्हें पैर में इन्फेक्शन हो गया था। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि वह शुक्रवार को घाट पर जाएंगे और आंदोलन समाप्त करा देंगे।
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