अनूपगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। अखिल भारतीय किसान सभा के पदाधिकारियों ने सभा के सचिव रोशन लिम्बा के नेतृत्व में उपखंड कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपकर इंदिरा गांधी नहर परियोजना में 4 में से 2 समूह में सिंचाई पानी चलाने और गंगनहर परियोजना में 2200 क्यूसेक पानी चलाने की मांग उठाई। किसान सभा के पदाधिकारियों ने रोष प्रकट करते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार प्रथम चरण के किसानों को उजाड़ने का कार्य कर रही है। अभी तक किसान के खेत सूने पड़े हैं। किसान अभी तक नरमा की कपास की बिजाई नहीं कर पाए है और आज के हालात और भी गंभीर हैं। अगर समय रहते पानी नहीं मिला तो ग्वार मूंग की बिजाई भी असंभव लग रही है।
उन्हें भाजपा तथा कांग्रेस दोनों राजनीतिक दलों के खिलाफ कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार हो या कांग्रेस की सरकार दोनों ने ही किसानों को बर्बाद करने का काम किया है। किसान नेताओं ने कहा किप्रथम चरण में सन 2000 में राज्य में जब कांग्रेस की गहलोत सरकार थी, तब प्रथम चरण का वाटर अलाउंस घटा दिया था, उसी परंपरा को भाजपा ने बरकरार रखा है। किसान नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने सिंचाई पानी नहीं दिया तो 14 जून को श्रीविजयनगर में महापड़ाव डाला जाएगा। उन्होंने कांग्रेस के आंदोलन को झूठा बताते हुए कहा कि कांग्रेस पानी के नाम पर झूठा नाटक कर रही है। कांग्रेस के नेता वोटों की लालसा रखते हुए घड़साना में धरना लगा कर बैठे हैं और किसानों की एकता को तोड़ना चाहते हैं।
उन्होंने कांग्रेस को निशाना बनाते हुए कहा कि जिन लोगों की बदोलत प्रथम चरण का सिंचाई पानी कम हुआ, वही झूठा आंदोलन लड़ रहे हैं। जहां एक तरफ इलाके के सारे किसान, मजदूर, व्यापारी एक संघर्ष समिति के बैनर तले एक हुए हैं, लेकिन वोट लेने वाले नेता अलग से धरना लगा कर बैठे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों को सिंचाई पानी नही मिला तो आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। ज्ञापन देते समय माकपा सचिव सुनील गोदारा, किसान सभा के सचिव रोशन लिम्बा, भगवाना राम, गुरदास सिंह तथा हरि सिंह सहित सैंकड़ों किसान मजदूरों ने भाग लिया।