प्राध्यापिका नीतू खोखर बनी जज

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Kharkhoda News: प्राध्यापिका नीतू खोखर बनी जज

खरखौदा (सच कहूं/हेमंत कुमार)। Kharkhoda News: उपमंडल के गांव थाना कंला निवासी क्षेत्रीय प्रसिद्ध राजनेता व समाजसेवी प्रीतम खोखर की पुत्रवधू नीतू खोखर ने हरियाणा कैडर से जज की परीक्षा पास कर जज बनने का गौरव हासिल किया। जज बनने से आसपास के क्षेत्र व गांव में खुशी का माहौल है। इस अवसर पर नीतू खोखर ने बताया कि उन्होंने जज की परीक्षा जनरल कैटेगरी में उत्तीर्ण की है। इससे पहले उन्होंने एक बार पहले भी परीक्षा दी थी जिसमें वह पास नहीं हो पाई थी। परंतु दूसरे प्रयास में उन्होंने परीक्षा में सफलता हासिल की है। उन्होंने बताया कि अपने जीवन में अर्थशास्त्र, शिक्षा अध्ययन, व ला में मास्टर डिग्री प्राप्त की है। Kharkhoda News

अर्थशास्त्र में पीएचडी पास की है। वर्तमान में कुंडली स्कूल में अर्थशास्त्र प्राध्यापिका के पद पर कार्यरत है। उन्होंने बताया कि आज वह जिस मुकाम पर पहुंची है उसमें उनके परिवार का अथक प्रयास , सहयोग व आशीर्वाद के कारण ही वह यहां तक पहुंच पाई है। परिवार में एक अच्छा आचरण, सहयोग, एक बच्चे की सफलता में बहुत बड़ा योगदान देता है। उन्हें भी अपने पति, ससुर, सास व परिवार के अन्य सदस्यों से भी इस मुकाम पर पहुंचने तक अथक सहयोग प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति सफलता प्राप्त करने के लिए लगन से मेहनत करता है वह अवश्य ही सफलता प्राप्त करता है। जिस प्रकार से उन्होंने भी पहले प्रयास में सफल नहीं हो पाई थी। परंतु उन्होंने सफलता प्राप्त करने के लिए मेहनत करनी नहीं छोड़ी जिसका आज परिणाम है कि वह दूसरे प्रयास में सफलता प्राप्त हुई है। Kharkhoda News

नीतू खोखर ने जज की परीक्षा पास कर क्षेत्र का नाम रोशन किया

उन्होंने कहा कि जज का उद्देश्य समाज को न्याय दिलाना है। वह पहले भी हमेशा ही न्याय के साथ खड़ी रही है। अब तो उन्हें खुद न्याय करने का अवसर मिला है। प्रीतम खोखर ने बताया कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के पद चिह्नों पर चलकर उनके द्वारा संविधान में दिए गए अधिकार के परिणाम स्वरूप आज पुत्रवधू नीतू खोखर ने जज की परीक्षा पास कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनका आशीर्वाद हमेशा उनके साथ बना रहेगा और वह ऊंचे पद पर पहुंचे यह शुभकामनाएं उनके साथ है। अरुण खोखर ने बताया कि मेहनत करने वाले व्यक्ति की कभी हार नहीं होती। जिसका परिणाम आज नीतू खोखर ने साबित कर दिया है। पारिवारिक जिम्मेदारियां व दो बच्चों का लालन- पालन भी उनकी मेहनत के सामने काम नहीं हुआ। परिवार की सेवा करते-करते उन्होंने उपलब्धि प्राप्त की है। Kharkhoda News

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