नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। राज्य सभा में सोमवार को सभापति एम. वेंकैया नायडू के प्रारंभिक संबोधन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के नए सहयोगियों का परिचय कराने के दौरान विपक्षी दलों के सदस्यों ने भारी शोरगुल किया। सभापति ने सदस्यों से प्रारंभिक संबोधन के दौरान शांत रहने की अपील की और कहा कि यह परंपरा 20 वर्षों से अधिक समय से चल रही है। सदस्यों को अपनी सीट पर बैठ जाना चाहिए। उन्होंने इस दौरान विभिन्न समितियों के कामकाज का ब्यौरा दिया और साथ ही कोविड-19 के कारण लोगों को हो रही समस्याओं की भी चर्चा की। इसके बाद मोदी ने जैसे ही अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों का परिचय कराना शुरू किया वैसे ही विपक्षी दलों के सदस्यों ने शोरगुल और हंगामा शुरू कर दिया।
लोकसभा : मानसून सत्र के पहले दिन हंगामा, प्रधानमंत्री नहीं करा पाए नए मंत्रियों का परिचय
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में हंगामे के कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी मंत्रिपरिषद में शामिल नए मंत्रियों का सदन में औपचारिक रूप से परिचय नहीं करा पाए और उन्हें मंत्रियों के परिचय के दस्तावेज सदन के पटल पर रखने पड़े। सदन में 11 कार्यवाही शुरू होते ही सबसे पहले राष्ट्रगान हुआ और फिर नए नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई गई। इसके पश्चात अध्यक्ष ओम बिरला ने नए मंत्रियों का सदन से परिचय कराने के लिए प्रधानमंत्री को पुकारा। लेकिन विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।
तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर हो रहे शोरशराबे के बीच अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से आग्रह किया कि सदन की गरिमा एवं परंपरा उच्च रही है। इसे ना तोड़े, परंपरा की गरिमा कम नहीं करें। संसदीय कार्य मंत्री ने प्रल्हाद जोशी ने भी कहा कि प्रधानमंत्री नए मंत्रियों का परिचय कराना चाहते हैं।
कांग्रेस दलित विरोधी
पीएम ने कहा, ‘मैं सोच रहा था कि आज सदन में उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि हमारी कई महिला सांसद मंत्री बनीं हैं। आज मुझे खुशी होती कि दलित भाई, आदिवासी मंत्री बने हैं। सबको खुशी होनी चाहिए कि हमारे बीच जो किसान हैं, ग्रामीण हैं, आर्थिक रूप से पिछड़े हैं, अन्य पिछड़े वर्ग के हैं, उन्हें मंत्रिपरिषद में मौका मिला है। शायद यह बात कुछ लोगों को रास नहीं आती है कि दलित महिला किसान मंत्री बनें। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘नवनियुक्त मंत्रियों को लोकसभा में परिचित समझा जाए। बिरला ने विपक्षी सदस्यों के व्यवहार पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि यह बिल्कुल अनुचित हैं। नए मंत्रियों की सूची को सदन के पटल पर रख सकते हैं।
YSRCP's Maddila Gurumoorthy, BJP's Mangal Suresh Angadi, IUML's Abdussamad Samadan and Congress' Vijayakumar (Alias) Vijay Vasanth take oath as the Members of Parliament (MPs) in Lok Sabha. pic.twitter.com/i6sUABX70Z
— ANI (@ANI) July 19, 2021
कांग्रेस का यह आचरण दुर्भाग्यपूर्ण: राजनाथ
सदन के उपनेता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘यह सदन की स्वस्थ परंपरा रही है कि सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रधानमंत्री अपने मंत्रिपरिषद के नए सदस्यों का परिचय कराते हैं और पूरा सदन प्रधानमंत्री की बात सुनता है। सदन मंत्रिपरिषद से परिचित होता है। मैंने अपने 24 वर्षों के संसदीय जीवन में पहली बार ऐसा देखा है कि ये स्वस्थ परंपरा तोड़ी गई है। कांग्रेस का यह आचरण दुर्भाग्यपूर्ण है। हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा की।
Members of Parliament in Rajya Sabha paid tribute to MPs & personalities who lost their lives this year, including veteran actor Dilip Kumar & veteran athlete Milkha Singh.
House has been adjourned till 12.24 pm pic.twitter.com/ej9aYsWfYh
— ANI (@ANI) July 19, 2021
राज्यसभा ने दी दिलीप कुमार और मिल्खा सिंह को श्रद्धांजलि
राज्यसभा ने सोमवार को संसद का मानसून सत्र शुरू होने के साथ ही अपने वर्तमान सदस्यों राजीव सातव और रघुनाथ महापात्रा तथा दिलीप कुमार और मिल्खा सिंह पूर्व सदस्यों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सदन को दिवंगत सदस्यों के संबंध में जानकारी दी। बाद में सदन ने मौन खड़े होकर दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए 12 बजकर 24 मिनट तक स्थगित कर दी गई। राजीव सातव और रघुनाथ महापात्रा राज्यसभा के वर्तमान सदस्य थे।
इसके अलावा प्रोफेसर एन एम कांबले, बलिहारी बाबू ,अजीत सिंह, मतंग सिंह, जितेंद्र भाई लाभशंकर भट्ट, रमेंद्र कुमार यादव रवि, जगन्नाथ प्रसाद पहाड़ियां, श्रीमती शांति पहाड़िया, यूसुफ सरवर खान उर्फ दिलीप कुमार, मिल्खा सिंह और भगवती सिंह सदन की पूर्व सदस्य थे।
मानसून सत्र के पहले दिन की शुरूआत ही हंगामे के साथ हुुई। लोकसभा में प्रधानमंत्री संबोधन के दौरान विपक्ष ने जमकर शोर मचाया। वहीं राज्यसभा की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई है। उधर लोकसभा दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई है।
छाता लेकर प्रधानमंत्री पहुंचे संसद, बोले- सरकार हर तीखे सवाल का जवाब देगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज छाता लेकर संसद में पहुंचे। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार संसद में विपक्ष के तथा जनता के हर तीखे तथा धारदार सवाल का जवाब देने को तैयार है लेकिन इसके लिए विपक्ष को सदन में शांतिपूर्ण माहौल बनाना होगा। पीएम ने सोमवार से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र से पहले सोमवार को संसद भवन परिसर में मीडिया के समक्ष दिए वक्तव्य में सदन में सुचारू कामकाज होने के प्रति उम्मीद जताई।
उन्होंने कहा, ‘सदन में यह सत्र परिणामकारी हो, सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो , देश की जनता जो जवाब चाहती है वो जवाब देने की सरकार की पूरी तैयारी है। सभी विपक्षी नेताओं से आग्रह है कि वे तीखे और धारदार सवाल पूछे और सदन में शांत वातावरण बनाये रखे जिससे सरकर को जवाब देने का मौका मिले। इससे जनता जर्नादन तक सत्य पहुंचाने का मौका मिलता है। इससे जनता का विश्वास बढ़ता है, प्रगति की गति तेज होती है।
मानसून सत्र: विनय विश्वम और मनोज झा ने दिया कार्यस्थगन के प्रस्ताव का नोटिस
सभी नेता कोरोना पर अपने सुझाव दे
पीएम ने कहा कि सरकार कोरोना महामारी पर संसद तथा उसके बाहर दोनों जगह चर्चा करने तथा राजनीतिक दलों को सभी जानकारी देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि वह दोनों सदनों के नेताओं के साथ कोरोना महामारी की स्थिति पर मंगलवार शाम को बात करने के इच्छुक हैं और उन्होंने नेताओं से इसके लिए समय निकालने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया हुआ है इसलिए हम चाहते हैं कि संसद में भी इस पर सार्थक चर्चा हो, सबसे प्राथमिकता के आधार पर हो।
सभी नेता अपने सुझाव तथा उपाय सुझायें इससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में नयापन आ सकाता है, कमियों को दूर किया जा सकता है। सदन के सभी नेताओं से मैंने आग्रह किया है कि वे कल शाम को समय निकालें तो मैं उनको कोरोना पर सारी जानकारी देना चाहता हूं । मैं मुख्यमंत्रियों से भी कोरोना महामारी पर बात कर चुका हूं।
कोरोना के प्रति सभी लोग सजग रहे
इससे पहले प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद सभी लोगों से भी कोरोना के प्रति सजग रहने और इसके लिए कोरोना का टीका लगवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि व्यक्ति कोरोना का टीका अपने बाहु पर लगवाने के बाद कोरोना से मुकाबले के लिए बाहुबली बन जाता है। उन्होंने कहा, ‘ आशा करता हू कि आप सबको वैक्सीन का एक डोज लग गया होगा।
सबसे प्रार्थना है सदन में भी हम सब कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने में सहयोग दें। यह वैक्सीन बाहु पर लगती है तो आप बाहुबली बन जाते हैं। बाहुबली बनने का एक ही उपाय बाहु पर वैक्सीन लगवायें। अब तक 40 करोड लोग बाहुबली बन चुके हैं और इस काम को तेज गति से आगे बढ़ाया जा रहा है।
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