अमेरिका में राष्टपति चुनाव आज
वाशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिका में राष्टÑपति चुनाव के लिए आज मतदान होगा। कोरोना का प्रकोप अमेरिका में सबसे ज्यादा है। वहीं अमेरिका के राष्टÑपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव से पहले ही जीत की घोषणा कर दी। पिछले बार की तरह कई सर्वे में ट्रम्प पीछे चल रहे हैं लेकिन वह बाजी पलटने का दावा कर रहे हैं। बिडेन ने टंप के अनछुए मुद्दों को जोर-शोर से उठाया है और ट्रंप के वोट बैंक में सेंध लगाई है। बिडेने भी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। हालांकि किसको मिलेगी कुर्सी ये कुछ ही दिनों में पता चल ही जाएगा।
अमेरिका में कुल 24 करोड़ वोट
अमेरिका में 24 करोड़ मतदाता हैं। बीते 28 अक्टूबर तक 7.5 करोड़ से अधिक वोट डाले जा चुके हैं। 2016 में अर्ली वोटिंग से 5 करोड़ से अधिक लोगों ने वोट डाले थे। चुनावी जानकारों का कहना है कि पिछली बार की तरह इस बार भी साइलेंट वोटर ही किंगमेकर होंगे। यहां वोटिंग के लिए दो विकल्प हैं, एक तो मेल या फिर अर्ली वोटिंग दूसरा मतदान केंद्र पर जाकर वोट डालना।
भारतीय मूल के वोटर
अमेरिकी चुनाव में पहली बार भारतीय मूल के वोटर की बड़ी ताकत बनकर उभरे हैं। 16 राज्यों में इनकी संख्या कुल अमेरिकी आबादी के एक प्रतिशत से ज्यादा है। लेकिन खास बात ये है कि 13 लाख भारतीय उन 8 राज्यों में रहते हैं जहां कांगे का मुकाबला है।
कैसे होता है अमेरिका में चुनाव?:-
अमेरिका की चुनाव प्रक्रिया भारत से अलग है। यहां राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होता है। अमेरिकी नागरिक उन लोगों को चुनते हैं जो राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। अमेरिका में कुल 50 राज्य हैं, 50 राज्यों से कुल 538 इलेक्टर्स चुने जाते हैं। इसे इलेक्टोरल कॉलेज कहते हैं। इलेक्टोरल कॉलेज में दो हाउस हैं। एक सीनेट और दूसरा हाउस आॅफ रिप्रेजेंटेटिव। हाउस आॅफ रिप्रेजेंटेटिव राष्ट्रपति के चुनाव के लिए जाता है, पर यह पहली बार है जब 33 प्रतिशत सीनेट भी राष्ट्रपति चुनाव में जाएगा। हर राज्य में इलेक्टर्स की संख्या अलग-अलग है। जिस राज्य की आबादी जितनी अधिक होती है वहां उतने अधिक इलेक्टर्स होते हैं। राष्ट्रपति बनने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 270 मतों की जरूरत होती है। एनबीसी न्यूज और वॉल स्ट्रीट जर्नल की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर कराए गए चुनावी सर्वेक्षण के मुताबिक बिडेन को 52 प्रतिशत लोगों ने अपना समर्थन दिया है जबकि 42 प्रतिशत लोग ट्रम्प के समर्थन में आये हैं।