नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मातृभूमि की रक्षा करने वाले 13 जांबाज शूरवीरों को आज यहां शौर्य चक्र (Shaurya Chakras) से सम्मानित किया। इनमें से छह रणबांकुरों को यह सम्मान मरणोपरांत दिये गये। कोविंद ने मंगलवार को यहां राष्ट्रपति भवन में अयोजित रक्षा अलंकरण समारोह के पहले चरण में 13 शौर्य चक्र, 14 परम विशिष्ट सेवा पदक, चार उत्तम युद्ध सेवा पदक और 24 अति विशिष्ट सेवा पदक भी प्रदान किये। इस मौके पर उप राष्ट्रपति एम वेंकया नायडू , प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई केन्द्रीय मंत्री तथा वरिष्ठ सैन्य तथा असैन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
सेना के कैप्टन आशुतोष कुमार , हवलदार अनिल कुमार तौमर , हवलदार पिंकु कुमार, हवलदार के बामनल्ली, नायब सुबेदार श्रीजीत एम और सिपाही एम जे कुमार रेड्डी को वीरता तथा बहादुरी का प्रदर्शन करते हुए मातृभूमि के लिए प्राणों की बाजी लगाने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति ने इनके परिजनों को ये सम्मान प्रदान किये।
इसके अलावा राष्ट्रपति ने सेना के मेजर रवि कुमार चौधरी , मेजर अरूण कुमार पांडे , सिपाही नीरज अहलावत, राइफलमैन मुकेश कुमार , मेजर विकास खत्री , राइफलमैन राकेश शर्मा और वायु सेना के ग्रुप कैप्टन परमिंदर अंतिल को भी वीरता तथा बहादुरी के लिए मातृभूमि की रक्षा के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया। परम विशिष्ट सेवा पदक पाने वालों में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी शामिल हैं।
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