UPSC Exam: अनु सैनी। हर साल लाखों छात्र UPSC सिविल सेवा परीक्षा में भाग लेते हैं, लेकिन उनमें से सिर्फ कुछ ही सफलता की सीढ़ी चढ़ पाते हैं। यदि आप अभी 12वीं पास हुए हैं और IAS, IPS या IFS जैसे प्रतिष्ठित पदों पर पहुंचने का सपना देख रहे हैं, तो अभी से सही दिशा में तैयारी शुरू करना बेहद जरूरी है। इस खबर में हम जानेंगे कि 12वीं के बाद UPSC की तैयारी कैसे की जाए और क्या रणनीति अपनाई जाए ताकि सफलता की संभावना बढ़ सके।
1. UPSC परीक्षा क्या है और क्यों है यह खास? UPSC Exam
UPSC यानी यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन, भारत सरकार की केंद्रीय संस्था है जो विभिन्न प्रशासनिक पदों के लिए परीक्षा आयोजित करती है। सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा सिविल सेवा परीक्षा (CSE) है, जिसके तहत IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा), IPS (भारतीय पुलिस सेवा), IFS (भारतीय विदेश सेवा) समेत 20 से अधिक सेवाओं में भर्ती होती है।
यह परीक्षा तीन चरणों में होती है:
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)
मुख्य परीक्षा (Mains)
साक्षात्कार (Interview)
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2. 12वीं के बाद UPSC की तैयारी क्यों शुरू करें? UPSC Exam
बहुत से स्टूडेंट्स UPSC की तैयारी ग्रेजुएशन के बाद शुरू करते हैं, लेकिन यदि आप इसे 12वीं के तुरंत बाद शुरू करते हैं, तो आपके पास विषयों की बेहतर समझ बनाने और रणनीति तय करने के लिए अतिरिक्त समय होता है। यह शुरुआती बढ़त लंबे समय में बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।
3. सबसे पहले करें सिलेबस की गहरी समझ
UPSC का सिलेबस बहुत बड़ा है और इसे समझना ही पहले कदम की तरह है। सिलेबस को अच्छी तरह से पढ़ें, खासकर इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और विज्ञान जैसे विषयों को।
UPSC के आधिकारिक वेबसाइट (www.upsc.gov.in) पर उपलब्ध सिलेबस को प्रिंट करके अपने स्टडी टेबल पर रखें।
NCERT की किताबें (6वीं से 12वीं तक) से शुरुआत करें, क्योंकि इन्हीं से आपकी बुनियाद मजबूत होती है।
4. सही विषय का चयन और ग्रेजुएशन की योजना बनाएं
12वीं के बाद आपको अपने ग्रेजुएशन का विषय चुनना होता है। यदि आप पहले से UPSC की तैयारी कर रहे हैं, तो उस विषय को चुनें जो या तो आपके इंटरेस्ट का हो या UPSC Mains में आपके वैकल्पिक विषय (Optional Subject) के तौर पर काम आ सके।
उदाहरण के लिए:-
यदि आपको राजनीति विज्ञान में रुचि है, तो BA in Political Science आपके लिए सही विकल्प हो सकता है।
इतिहास, समाजशास्त्र, भूगोल, अर्थशास्त्र जैसे विषय UPSC में लोकप्रिय ऑप्शनल माने जाते हैं।
5. करें करेंट अफेयर्स पर पकड़ मजबूत
UPSC परीक्षा में करेंट अफेयर्स का बहुत बड़ा योगदान होता है। 12वीं के बाद से ही न्यूज़पेपर पढ़ने की आदत डालें।
डेली न्यूज़ नोट्स बनाना शुरू करें – इससे आपको रिवीजन में मदद मिलेगी।
PIB, Yojana, Kurukshetra जैसे सरकारी प्रकाशनों को भी पढ़ने की आदत डालें।
6. तैयारी के लिए सही संसाधनों का चयन करें | UPSC Exam
बाजार में UPSC की तैयारी के लिए हजारों किताबें और कोचिंग हैं, लेकिन हर सामग्री आपके लिए जरूरी नहीं होती।
शुरुआती दौर में जरूरी किताबें:
NCERT (Class 6-12): सभी मुख्य विषयों के लिए
Laxmikanth – भारतीय राजनीति
Spectrum – आधुनिक इतिहास
GC Leong – भौतिक भूगोल
Nitin Singhania – कला और संस्कृति
7. कोचिंग लेना जरूरी है या नहीं?
12वीं के बाद तुरंत कोचिंग लेना जरूरी नहीं है, खासकर अगर आप सेल्फ स्टडी में अच्छे हैं। लेकिन यदि आपको गाइडेंस चाहिए तो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Unacademy, BYJU’S, Drishti IAS, Vision IAS से शुरुआत की जा सकती है। शुरुआती दौर में बेस मजबूत करने पर ध्यान दें, फिर जरूरत के अनुसार कोचिंग जॉइन करें।
मॉक टेस्ट और टेस्ट सीरीज से नियमित आकलन करें।
8. टाइम मैनेजमेंट और अनुशासन है सबसे बड़ा हथियार
12वीं के बाद 3-4 साल तक की तैयारी में अगर आप अनुशासन और निरंतरता बनाए रखते हैं तो आप बहुत आगे निकल सकते हैं।
रोज का टाइमटेबल बनाएं और उसका पालन करें।
सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखें या सीमित समय दें।
रिवीजन, नोट्स मेकिंग और मॉक टेस्ट को नियमित बनाएं।
9. मानसिक तैयारी और मोटिवेशन बनाए रखें
UPSC की यात्रा लंबी और कभी-कभी थकाने वाली हो सकती है। इस दौरान मोटिवेशन बनाए रखना सबसे जरूरी होता है।
मोटिवेशनल वीडियो देखें, टॉपर इंटरव्यू पढ़ें।
पढ़ाई के बीच-बीच में ब्रेक लें, लेकिन लय न टूटने दें।
परिवार और दोस्तों का सहयोग लें।
अगर आपने 12वीं के बाद ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी है, तो यकीन मानिए आप भी एक दिन देश के सर्वोच्च पदों में से किसी पर पहुंच सकते हैं। जरूरी है – सही दिशा में, निरंतर मेहनत और सटीक रणनीति। अब वक्त है अपने सपनों को उड़ान देने का।