प्रतिभा निखार। एनटीएससी की स्क्रीनिंग परीक्षा में भाग लेंगे 482 विद्यार्थी, परीक्षा 27 को
सच कहूँ/सुनील वर्मा
सरसा। सरकारी स्कूलों के बच्चों को निजी स्कूलों की तर्ज पर कंपीटिशन(prepared-for-competition-exams) की तैयारी के लिए शिक्षा विभाग ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। 9वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की भी अब निजी स्कूलों की तर्ज पर एनटीएससी (नेशनल टेलेंट सर्च एग्जाम) की स्क्रीनिंग परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी। परीक्षा के लिए जिलेभर के सरकारी स्कूलों से 482 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। इन 482 विद्यार्थियों में से पहले 50 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा जिन्हें हर शनिवार व रविवार को एक्सट्रा क्लास लगाकर कंपीटिशन की तैयारी करवाई जाएगी।
इन सभी 482 विद्यार्थियों को कल 22 मई तक पंजीकरण करवाना होगा, जबकि परीक्षा 27 मई को होगी। पंजीकरण व परीक्षा बेगू रोड स्थित जीजीएसएसएस में होगी। इस संबंध में निदेशक माध्यमिक शिक्षा हरियाणा पंचकुला की ओर से प्रदेशभर के जिला शिक्षा अधिकारियों को एक पत्र भेजा गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने पत्र की कॉपी सभी खंड शिक्षा अधिकारियों व संबंधित स्कूल मुखिया को प्रेषित कर दी है।
अध्यापकों को मिल चुका है प्रशिक्षण
एनटीएससी (नेशनल टेलेंट सर्च एग्जाम) की स्क्रीनिंग परीक्षा को लेकर जिले के सभी ब्लॉकों में जिला गणित विशेषज्ञ नीरज पाहुजा व जिला विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. मुकेश कुमार द्वारा वर्कशॉप लगाकर अध्यापकों को प्रशिक्षण देकर मोटिवेट किया जा चुका है। वर्कशॉप में अध्यापकों को बताया गया है कि किस प्रकार वे बच्चों को कंपीटिशन की तैयारी करवाकर उन्हें भविष्य के लिए तैयार कर सकते हैं। अध्यापकों ने भी वर्कशॉप में काफी रूचि दिखाई। अध्यापकोें ने विशेषज्ञों के समक्ष अनेक समस्याएं भी रखी जिनका विशेषज्ञों ने उचित समाधान किया।
ये होगा फायदा
अक्सर ये देखा गया है कि सरकारी स्कूलों की बजाय निजी स्कूलों के बच्चे कंपीटिशन एग्जाम में अधिक सफल होते हैं क्योंकि उन्हें एक्सट्रा क्लास लगाकर स्कूलों में तैयारी करवाई जाती है। इसी तर्ज पर अब सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को शनिवार व रविवार को एक्सट्रा कक्षाएं लगाकर कंपीटिशन की तैयारी करवाई जाएगी, जोकि उनके भविष्य के लिए लाभकारी होगी। बच्चों को आगे आने वाले कंपीटिशन एग्जाम की तैयारी कैसे करवाएं, जिससे बच्चों को कोई परेशानी न आए, इसके लिए बकायदा अध्यापकों को भी विशेषज्ञों द्वारा टेÑनिंग दी गई है।
‘‘इस प्रकार की परीक्षाओं से सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर सुधरेगा, वहीं भविष्य में उन्हें किसी प्रकार के कंपीटिशन एग्जाम में कोई दिक्कत नहीं आएगी। विभाग का प्रयास सराहनीय है और बच्चों में भी परीक्षा को लेकर काफी उत्साह है।
–नीरज पाहूजा, जिला नोडल अधिकारी एनटीएससी।
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