चुनाव आयोग ने अगले सप्ताह बुलाई बैठक
नई दिल्ली (एजेंसी)। Voter Card Link with Aadhar Card: चुनावी पारदर्शिता बढ़ाने के मकसद से अब वोटर आईडी को आधार से जोड़ने की प्रक्रिया तेज हो सकती है। पैन कार्ड की तरह अब मतदाता पहचान पत्र को भी आधार से जोड़ने की योजना पर चुनाव आयोग गंभीरता से काम कर रहा है। इस सिलसिले में अगले हफ्ते चुनाव आयोग की अहम बैठक होने जा रही है, जिसमें गृह मंत्रालय, कानून मंत्रालय और आधार जारी करने वाली संस्था यूआईडीएआई के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे। इस पहल का मकसद फर्जी और डुप्लीकेट वोटर्स को चिन्हित कर मतदाता सूची को और साफ-सुथरा बनाना है। Voter Id Card Link with Aadhar Card
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने मतदाता फोटो पहचान-पत्र (ईपीआईसी) पर केंद्रीय गृह मंत्रालय, विधि एवं न्याय मंत्रालय और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के साथ अगले सप्ताह एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। हर ईपीआईसी के लिए अलग अंक रखने और ईपीआईसी को आधार कार्ड से जोड़ने के मुद्दे पर विचार-विमर्श हो सकता है। चुनाव अयोग के सूत्रों ने यहां बताया कि कुमार केंद्रीय गृह सचिव, विधि एवं न्याय मंत्रालय में विधायी विभाग के सचिव और यूआईडीएआई के मुख्य अधिशासी अधिकारी (सीईओ) के साथ इस विषय में एक बैठक कर चर्चा करना चाहते हैं। Voter Id Card Link with Aadhar Card
यह बैठक चुनाव आयोग के मुख्यालय पर मंगलवार (18 मार्च) को हो सकती है। उल्लेखनीय है कि आयोग को कुछ दिन पहले अलग-अलग राज्यों में कुछ मतदाताओं के फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) के अंक समान होने की शिकायत मिली थी। इस पर आयोग ने कहा था कि इन मतदाताओं के नंबर भले ही समान रहे हों लेकिन उनके जननांकीय विवरण, विधान-सभा क्षेत्र के नाम और मतदान केंद्र का विवरण जरूर अलग अलग होगा। ऐसे मतददाता केवल अपने विनिर्दिष्ट मतदान केंद्र पर ही वोट डाल सकते हैं। आयोग ने कहा था कि मतदाता सूची संबंधी सूचनाओं के डाटा बेस के लिए एकीकृत ‘एरोनेट’ प्रणाली का प्रयोग शुरू होने से पहले यह प्रक्रिया अलग-अलग स्तरों पर तथा हाथ से पूरी करने के कारण कुछ मतदाताओं के ईपीआईसी के अंक एक जैसे हो सकते हैं।
आयोग ने स्पष्टीकरण दिया था कि कुछ राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारियों के कार्यालयों ने ईपीआईसी के अंकों के आवंटन में एक जैसे अक्षरांकीय अनुक्रमों का उपयोग कर दिया। अलग-अलग क्षेत्रों में मतदाताओं के फोटो कार्ड पर अंक एक जैसे चढ़ गए होंगे। आयोग ने तय किया है कि हर मतदाता के फोटो कार्ड का अपना अलग नंबर दिया जाएगा। इसके लिए एरोनेट प्रणाली को अद्यतन किया जाएगा। Voter Id Card Link with Aadhar Card
यह बैठक चुनाव आयोग के मुख्यालय पर मंगलवार (18 मार्च) को हो सकती है। उल्लेखनीय है कि आयोग को कुछ दिन पहले अलग-अलग राज्यों में कुछ मतदाताओं के फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) के अंक समान होने की शिकायत मिली थी। इस पर आयोग ने कहा था कि इन मतदाताओं के नंबर भले ही समान रहे हों लेकिन उनके जननांकीय विवरण, विधान-सभा क्षेत्र के नाम और मतदान केंद्र का विवरण जरूर अलग अलग होगा। ऐसे मतददाता केवल अपने विनिर्दिष्ट मतदान केंद्र पर ही वोट डाल सकते हैं। आयोग ने कहा था कि मतदाता सूची संबंधी सूचनाओं के डाटा बेस के लिए एकीकृत ‘एरोनेट’ प्रणाली का प्रयोग शुरू होने से पहले यह प्रक्रिया अलग-अलग स्तरों पर तथा हाथ से पूरी करने के कारण कुछ मतदाताओं के ईपीआईसी के अंक एक जैसे हो सकते हैं।
आयोग ने स्पष्टीकरण दिया था कि कुछ राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारियों के कार्यालयों ने ईपीआईसी के अंकों के आवंटन में एक जैसे अक्षरांकीय अनुक्रमों का उपयोग कर दिया। अलग-अलग क्षेत्रों में मतदाताओं के फोटो कार्ड पर अंक एक जैसे चढ़ गए होंगे। आयोग ने तय किया है कि हर मतदाता के फोटो कार्ड का अपना अलग नंबर दिया जाएगा। इसके लिए एरोनेट प्रणाली को अद्यतन किया जाएगा।
यह भी पढ़ें:– Kisan News: सरसा के इस किसान ने परंपरागत फसल की जगह बोई सौंफ, कमाई इतनी की आप भी हो जाओगे हैरान