पीएचईडी विभाग द्वारा ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी

Preparation for Blacklisting Contractor by PHED Department

80 एलएनपी वाटर वर्क्स निर्माण में लापरवाही

घमंडिया(सुखराज/सच कहूँ न्यूज)। पदमपुर तहसील के गांव 80 एलएनपी के वाटर वर्क्स का निर्माण कार्य पिछले ढ़ाई वर्षों से अधुरा पड़ा होने से ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों ने निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने को लेकर ठेकेदार के खिलाफ कई बार धरने प्रदर्शन किये। लेकिन ना तो निर्माण कार्य में सुधार हुआ, न ही वाटर वर्क्स का निर्माण कार्य पूरा हो पाया। आखिरकार 2 वर्ष बाद पीएचईडी विभाग ने ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने के लिए विभागिय कार्रवाई को जयपुर उच्च अधिकारियों को भेज दिया है।

पदमपुर पीएचईडी विभाग के एक्सईएन ने बताया कि बार-बार कहने पर भी ठेकेदार निर्माण कार्य में लापरवाही व देरी बरत रहा था। जिसके चलते उसे कई बार नोटिस भी जारी किये गये, लेकिन ठेकेदार की इस बड़ी लापरवाही के चलते उसे ब्लैकलिस्ट करवाने के लिए कागजी कार्रवाई करके उच्च अधिकारियों को भेजा गया । गौरतलब है की इस वाटर वर्क्स से 78 एलएनपी, 79 एलएनपी प्रथम व द्वितीय, 80, 82 व 81 एलएनपी सहित कुल 6 गांवों पानी सप्लाई होता है। 3 वर्ष पहले पूर्व खनन मंत्री सुरेंद्रपाल सिंह टीटी ने 80 एलएनपी के वाटर वर्क्स की वृद्धि व जीर्णोद्धार के लिए 1 करोड़ 55 लाख का बजट मन्जूर किया था। लेकिन टेंडर छुटने के 2 वर्ष बाद भी वाटर वर्क्स का निर्माण कार्य अधुरा पड़ा है।

दो वर्षों से जलाशय टंकी का निर्माण कार्य अधुरा

पिछले दो वर्षों से उच्च जलाशय टंकी का निर्माण कार्य अधुरा है जिसके कारण उच्च जलाशय टंकी से गांवों पानी सप्लाई ना होकर रॉ वाटर सप्लाई किया जा रहा है। नवनिर्मित स्टोरेज डिग्गी में बड़ी दरारें आ गई है जिसके कारण डिग्गी में पानी नहीं रूक रहा है। नहर से पानी भराई की खाळ भी अधुरा पड़ी है। सीडब्ल्यूआर की छत को गिरने से रोकने के लिए नीचे पीलर खड़ा किया है। पाईप लाईन का कार्य अधुरा होने से 80 एलएनपी की कई ढ़ाणीयों में पिछले 1 वर्ष से पानी की सप्लाई बंद हैं व 79 एलएनपी द्वितीय की पाईप लाईन जगह जगह लीकेज हैं ।

ठेकेदार के द्वारा निर्माण कार्य में बार बार कहने लापरवाही करने पर उसे ब्लैकलिस्ट करने के लिए कार्रवाई चल रही है। ठेकेदार के खिलाफ पूरी रिपोर्ट बनाकर बीकानेर व जयपुर उच्च अधिकारियों को सौंपी गई है। ठेकेदार के ब्लैकलिस्ट होते ही अधुरे निर्माण कार्य का दोबारा से टेंडर करवाया जाएगा। तब तक पानी सप्लाई सुचारू रूप से करवाते रहेंगे ।
-जीडी सिंह, एक्सईएन, पदमपुर पीएचईडी विभाग

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