सतह से सतह पर मार करने वाली ‘प्रलय’ मिसाइल का सफल परीक्षण
- 150-500 किलोमीटर तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम
नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने देश में ही विकसित सतह से सतह पर मार करने वाली ‘प्रलय’ मिसाइल का बुधवार को सफल परीक्षण किया। प्रलय का परीक्षण ओडिशा में डा. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया और इसने अपने सभी लक्ष्यों को पूरा किया। परीक्षण के दौरान मिसाइल की सभी प्रणालियों ने सफलता के साथ काम किया और पूरी सटीकता के साथ निशाने को भेदा। नई प्रौद्योगिकी से लैस इस मिसाइल को मोबाइल लांचर से दागा जा सकता है और यह 150 से 500 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है। वहीं अगर सीमा के पास से यह मिसाइल दागने पर दुश्मन के बंकर, बेस और तोप को पल भर में तबाह कर देगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और डीआरडीओ के अध्यक्ष डा जी सतीश रेड्डी ने मिसाइल के विकास और परीक्षण से जुडी टीमों को बधाई दी है।
#WATCH 'Pralay' surface to surface ballistic missile successfully testfired
(Source: DRDO) pic.twitter.com/MjW9lYR1Cm
— ANI (@ANI) December 22, 2021
चीनी मिसाइल का भी सामना करने में सक्षम
सूत्रों का कहना है कि इस मिसाइल का जिक्र डीआरडीओ ने साल 2015 में किया था। उसने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में बताया था कि यह बैलिस्टिक मिसाइल प्रलय है, जो चीन की बैलिस्टिक मिसाइलों का सामना करने में पूरी तरह सक्षम है। इस मिसाइल की खासियत ये है कि इसे जमीन के साथ-साथ कन्सटर से भी दागा जा सकता है। मिसाइल इस तरह से बनाई गई है, जिससे यह अन्य कम दूरी वाली मिसाइलों की तुलना में कहीं अधिक घातक है। यह अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना साधने के साथ ही उसे ध्वस्त करने की क्षमता भी रखती है।
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