Policemen including SHO (Gurugram) suspended in illegal recovery
गुरुग्राम(सच कहूँ न्यूज)। अवैध वसूली के आरोप में पुलिस आयुक्त केके राव ने एक थाना के एसएचओ समेत चार पुलिसकर्मियों (Gurugram) को सस्पेंड कर दिया।
इन पर आरोप है कि इन्होंने एक कैंटर चालक को बिना किसी कागजी कार्रवाई के थाना में रखा, बल्कि उससे अवैध वसूली भी की। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
पुलिस महकमें में भर्ती होने के बाद बहुत से पुलिस वाले खुद को कानून से भी ऊपर समझ लेते हैं। ईमानदारी की शपथ लेकर लोगों से वसूली करना उनकी फितरत में शामिल हो जाता है। लेकिन जब डंडा चलता है तो पहले ऐसे ही लोगों पर मार पड़ती है।
अब गुरुग्राम (Gurugram) का ही एक मामला ले लें तो उसमें खुद पुलिसवाले ही नप गए।
दरअसल खेड़कीदौला थाना के एसएचओ प्रवीण मलिक, एएसआई धर्मेंद्र, हेड कांस्टेबल राजेश ने मंगलवार की शाम को एक टैंकर पकड़ा था।
आरोप है कि टैंकर चालक कहीं से इसे चुरा कर ले जा रहा था। जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने टैंकर को कब्जे में लेकर उसके चालक तथा एक अन्य को बिना किसी कागजी कार्रवाई के थाने में बैठा लिया।
आरोप है कि इस दौरान पुलिस टैंकर चालक से बार्गेनिंग कर रही थी। मामले की जानकारी पुलिस उपायुक्त मानेसर कुलविंद्र सिंह को मिली तो उन्होंने तत्काल थाने में छापा मारकर रंगे हाथों पकड़ लिया। इस छापेमारी के दौरान थाने में तैनात एमएचसी सुखबीर की भी भूमिका पाई गई।
ऐसे में पुलिस उपायुक्त ने तत्काल चारों को लाइन हाजिर करते हुए पुलिस आयुक्त से इनके निलंबन की सिफारिश कर दी।
वहीं बुधवार को पुलिस आयुक्त ने इस सिफारिश पर कार्रवाई करते हुए चारों को निलंबित कर दिया साथ ही विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए। इस बारे में डीसीपी मानेसर का कहना है कि इन्होंने बिना किसी वजह के पुलिस ने ट्रक को थाने में खड़ा किया था।
चालक को भी थाने में बैठाया गया था जिसका कोई औचित्य नहीं था। जांच में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता मिली जिसके बाद उन्हें निलंबित करने की कार्रवाई की गई।
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