झज्जर में पेशी पर अदालत आया था हत्यारोपी अंकित
- वापसी में सैंडल में छिपाकर ले जा रहा था गांझापत्ती
झज्जर(सच कहूँ/संजय भाटिया)। बेशक जिला पुलिस समय-समय पर नशे के (Jhajjar News) खिलाफ विशेष अभियान चलाए जाने के लाख दावे करती हो, लेकिन यह भी कड़वी सच्चाई ही है कि पुलिस के लाख प्रयासों के बावजूद भी जिले में नशा रूक नहीं पा रहा है। स्वयं पुलिस कर्मचारियों की ही नशा उपलब्ध कराए जाने में संदिग्ध भूमिका सामने आई है। ऐसा ही एक मामला झज्जर की दुलीना जेल का सामने आया। यहां हत्या के आरोप में बंद एक हवालाती को जब अदालत में पेशी भुगताने के लिए लाया गया तो वापसी में वह अपने साथ नशा लेकर पहुंचा।
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झज्जर के गाँव अमादल शाहपुर निवासी अंकित पुत्र विजयपाल यहां की दुलीना जेल में हत्या के आरोप में बंद है। बताया जाता है कि अंकित की झज्जर की अदालत में पेशी थी। पेशी भुगतने के बाद जब अंकित वापिस जेल पहुंचा तो उसकी जमा तलाशी में उसके कब्जे से 70 ग्राम गांजा पत्ती बरामद हुई। पूछताछ के दौरान सामने आया कि यह गांझा पत्ती उसे किसी और ने नहीं बल्कि हरियाणा पुलिस के ही कर्मचारी ने उपलब्ध कराया।
आरोपी से 70 ग्राम गांजा पत्ती बरामद | Jhajjar News
जेल प्रबन्धन से मिली जानकारी अनुसार सत्यप्रकाश नामक इस हैडकांस्टेबल ने इसे पेशी के दौरान पांव में पहरने वाली सैंडल उपलब्ध कराई थी। इसी सैंडल को पांव में पहनकर यह हवालाती वापिस दुलीना जेल पहुंचा था। लेकिन वहीं गेट पर जांच के दौरान यह दबोच लिया गया और इसके कब्जे में 70 ग्राम गांजा पत्ती बरामद हुई, जोकि इसने अपनी सैंडल में छिपाकर रखी थी। इसकी पुष्टि स्वयं दुलीना जेल के सुपरीटैंडैंट सुरेन्द्र दलाल ने की है। दलाल का कहना है कि इस मामले में आरोपी अंकित के साथ-साथ उसे गांझा पत्ती उपलब्ध कराने वाले पुलिस कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।