यमुनानगर। चोरों की क्या कमी थी जो पुलिस वाले भी (Yamunanagar Crime) चोर बन बैठे। जिले के प्रताप नगर क्षेत्र में पांवटा साहिब के कारोबारी से पुलिसवालों ने ही 7 लाख लूट लिए। जिला पुलिस ने 3 पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया है, जो डायल 112 पुलिस के कर्मचारी हैं। आरोपियों की पहचान एसपीओ मनजीत, जसबीर, एरक रामभूल के रूप में हुई। वारदात में शामिल कुछ अन्य लोग अभी फरार हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए इन तीनों को रिमांड पर लिया जाएगा।
विद्यार्थी समझकर बैठा लिया था गाड़ी में | Yamunanagar Crime
थाना प्रताप नगर एसएचओ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब की शिव कॉलोनी में रहने वाले अनिल कुमार का पांवटा साहिब में कॉलेज व होटल है। वह 7 लाख रुपए लेकर कॉलेज के लिए फर्नीचर लेने निकला था। यमुनानगर पहुंचने पर एक युवक ने हाथ देकर गाड़ी रुकवाई और जगाधरी जाने के लिए लिफ्ट मांगी। उसे विद्यार्थी समझकर गाड़ी में बैठा लिया। कुछ दूर चलने पर उस युवक ने बैग से लैपटॉप निकाला और कुछ काम करने लगा। युवक ने कहा कि नेट नहीं चल रहा है। इसलिए गाड़ी रोक दो। जैसे ही अनिल ने गाड़ी को साइड में लगाया। तभी उस युवक ने फोन किया और पीछे से डायल 112 गाड़ी आकर उनके पास रूकी।
डायल 112 गाड़ी में थे पुलिस वाले लुटेरे | Yamunanagar Crime
एसएचओ ने बताया कि 3 पुलिसवाले वर्दी में थे और एक सिविल में था। चारों पुलिसकर्मी अनिल को धमकाते हुए उसकी गाड़ी से चाबी निकाल ली। आरोपी पुलिस कर्मियों ने गाड़ी की तलाशी ली और बैग से 7 लाख रुपए और 2 ब्लैंक चेक उठा लिए। इसके बाद आरोपी उसे वहीं रुकने के लिए कहकर डायल 112 की गाड़ी में चले गए। उसने एक राहगीर से मदद मांगकर पुलिस को लूटपाट के बारे में बताया। जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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