पुलिस ने वाईपीएस चौंक पर बेरोजगारों को बेरीकेड्स लगाकर रोका (Unemployed Teachers )
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पंजाब सरकार घर-घर नौकरी की जगह कम पोस्टें निकालकर कर रही मजाक: नेता
सच कहूँ/खुशवीर तूर पटियाला। सांझा मोर्चा बेरोजगार अध्यापकों की ओर से मंगलवार को मोती महिला के घेराव करने दौरान पुलिस से धक्कामुक्की हुई। भारी संख्या में पुलिस फोर्स ने (Unemployed Teachers) बेरोजगार अध्यापकों को पुलिस ने वाईपीऐस चौक में बेरीकेड लगाकर रोक लिया, जिसके बाद उक्त अध्यापकों ने वहीं धरना लगा दिया। शाम को अध्यापकों को फिर 3 दिसंबर की मीटिंग का समय देकर शांत कर दिया।
पुलिस प्रशासन पर गाली-गलौच करने का भी आरोप
जानकारी के अनुसार टैट पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन, बेरोजगार डीपीई (873), मल्टीपपर्ज हैल्थ वर्कर, पीटीआई (646) व आर्ट एंड क्राफ्ट यूनियन के बड़ी संख्या कार्यकर्ता बारांदरी बाग में इकठ्ठा हुए। यहां उन्होंने प्रदेश सरकार के विरुद्ध भड़ास निकाली। इसके बाद अध्यापकों ने मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह की रिहायश की तरफ कूच किया। पुलिस ने रोकने के लिए कई स्थानों पर प्रबंध किए हुए थे, लेकिन वे बेरीकेड्स तोड़कर वाईपीएस चौंक नजदीक जा पहुंचे। जब अध्यापक आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे थे तो इनकी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। अध्यापक नेताओं ने पुलिस प्रशासन द्वारा गाली-गलौच करने का भी आरोप लगाया।
बेरोजगार बीएड टैट पास यूनियन के राज्य प्रधान सुखविन्द्र सिंह ढिल्लवां, बेरोजगार डीपीई (873) यूनियन के राज्य प्रधान जगसीर सिंह, पीटीआई (646) यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कृष्ण नाभा, बेरोजगार आर्ट एंड क्राफ्ट यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष हरजिन्द्र सिंह व बेरोजगार मल्टीपपर्ज हैल्थ वर्कर यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सुखदेव सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार कम पदों का विज्ञापन जारी व नई-नई शर्तें लागू कर बेरोजगार अध्यापकों के साथ मजाक कर रही है। योग्य उम्मीदवारों को भर्ती करने से भाग रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कई बार मीटिंग का समय दिया जो किसी परिणाम तक नहीं पहुंच रही। बेरोजगार अध्यापकों ने मांग की है कि पंजाब सरकार शिक्षा प्रोवाईडरों को बिना शर्त रेगुलर करे और नए पद में शिक्षा प्रोवाइडरों को विशेष छूट देकर उच्च-योग्यताएं वाले उम्मीदवारों को अनदेखा न करें। नई अध्यापक भर्ती में आयु सीमा 37 से बढ़ाके 42 वर्ष कर मास्टर कैडर की सामाजिक शिक्षा, पंजाबी, हिंदी की पदों में विस्तार किया जाए। इस मौके डीटीएफ ने उपाध्यक्ष रघुवीर भवानीगढ़, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विक्रमदेव सिंह और अतिन्द्र सिंह, जीटीयू से सुखविन्द्र सिंह चाहल, ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा पंजाब से प्रधान बलिहार सिंह इत्यादि ने संबोधित किया।
तीन दिसंबर की मीटिंग तय
लंबे समय से बेरोजगारों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने इन नेताओं को तीन दिसंबर को पंजाब की सब-समिति के साथ मीटिंग तय करवाई गई। मोर्चे के नेताओं ने कहा कि यदि तीन दिसंबर को मीटिंग न हुई या सार्थक नहीं रही, तो 11 दिसंबर को फिर मुख्यमंत्री के मोती महल को घेरा जाएगा।
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