कोलकाता (एजेंसी)। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में मंगलवार दोपहर लालबाजार की ओर निकाले गये मार्च पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। मार्च में शामिल भाजपा कार्यकतार्ओं ने ‘छात्र समाज’ की ओर से आहूत नवन्ना अविजन(सचिवालय रैली) के दौरान गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों की रिहाई की मांग की गयी। मार्च में आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के बाद रैली का नेतृत्व कर रहे मजूमदार बीमार पड़ गये और उनका इलाज किया गया। पार्टी के अन्य नेता अर्जुन सिंह, तपस रॉय, लॉकेट चटर्जी और अन्य वरिष्ठ नेता भी आंसू गैस से प्रभावित हुए।
‘छात्र समाज’ और ‘संग्रामी जौथा मोन्चो’ की ओर से आहूत नवन्ना अविजन में भाग लेने वाले गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने के लिए भाजपा कार्यकतार्ओं ने लालबाजार के रास्ते में बैरिकेड तोड़ने की कोशिश जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने दावा किया है कि दिन में छात्रों के साथ झड़प में करीब 12 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि करीब 94 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि नवन्ना अविजन प्रदर्शनकारियों के उकसावे के कारण पुलिस को आंसू गैस, लाठियां और पानी की बौछारें करने पर मजबूर होना पड़ा। भाजपा नेता शुवेंदु अधिकारी ने पहले आरोप लगाया था कि 130 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस बीच भाजपा ने लोकतंत्र की बहाली, बलात्कार और हत्या की शिकार महिला चिकित्सक के लिए न्याय और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर बुधवार को 12 घंटे का बंगाल बंद का आह्वान किया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने बंद पर रोक लगा दी और लोगों और सरकारी कर्मचारियों से बुधवार को सामान्य रूप से काम करने का आह्वान किया। वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और ब्रत्य बसु ने आरोप लगाया कि भाजपा का आह्वान मंगलवार को नवन्ना अविजन विफल होने के बाद राज्य में अराजकता पैदा करने की साजिश है।