गिरफ्तार आरोपी व्हाट्सएप पर बनाए गए ‘सबका साथ सबका विकास’ नामक ग्रुप में लीक करता था अफसरों की लोकेशन
- ग्रुप में शामिल सभी 92 सदस्यों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
- 1000-1500 रुपये लेकर साझा की जाती थी एआरटीओ एवं अन्य अफसरों की जानकारी | Kairana News
कैराना (सच कहूँ)। कैराना (Kairana) पुलिस ने ट्रक चालकों को कार्यवाही से बचाने के लिए सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी एवं अन्य अफसरों की लोकेशन उपलब्ध कराने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त कार एवं मोबाइल फोन बरामद किया है। आरोपी 1000-1500 रुपये लेकर व्हाट्सएप पर बनाए गए ‘सबका साथ सबका विकास’ नामक ग्रुप में एआरटीओ एवं अन्य अफसरों की सूचना लीक करता था। पुलिस ने ग्रुप में शामिल सभी 92 सदस्यों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत करके अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है। Kairana News
एसपी शामली अभिषेक झा ने बताया कि मंगलवार देर रात्रि यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर स्थित यमुना ब्रिज पुलिस चौकी प्रभारी एसआई मनेंद्र सिंह ने चेकिंग के दौरान एआरटीओ व अन्य अफसरों की लोकेशन शेयर करने वाले कार सवार एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में युवक ने बताया कि उसने व्हाट्सएप पर ‘सबका साथ सबका विकास’ नामक ग्रुप बनाया हुआ है, जिसमें वह एआरटीओ व अन्य अधिकारियों की लोकेशन शेयर किया करता था। इस लोकेशन को ट्रक चालक कार्यवाही से बचने के लिए इस्तेमाल करते थे। लोकेशन शेयर करने की एवज में आरोपी को 1000 से 1500 रुपये मिलते थे।
व्हाट्सएप ग्रुप में गिरफ्तार आरोपी समेत कुल 92 सदस्य शामिल है, जो चालक अथवा वाहन स्वामी है। लोकेशन मिलने पर यह अपनी गाड़ी को सुरक्षित स्थान पर खड़े कर लेते है और अधिकारियों के निकलने के बाद आराम से निकल जाते है। व्हाट्सएप ग्रुप में मुजफ्फरनगर के 36, बागपत के 20, गाजियाबाद के 09, शामली के 04, सहारनपुर के 04, मेरठ के 02, हापुड का 01 व पड़ोसी राज्य हरियाणा के 03, दिल्ली के 06 तथा पंजाब, कर्नाटक व उत्तराखण्ड का 01-01 व्यक्ति शामिल है, जबकि तीन अन्य के निवास स्थान के सबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस ने ग्रुप में शामिल सभी लोगो के विरुद्ध धारा-186 व 34 आईपीसी के तहत अभियोग पंजीकृत करके अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।
फ्रीज किये जायेंगे आरोपियों के बैंक खाते | Kairana News
एसपी ने बताया कि ग्रुप में शामिल सभी आरोपियों के चरित्र प्रमाण पत्र-निरस्त करने हेतु सम्बन्धित जनपदों को रिपोर्ट प्रेषित की जा रही है। इसके अलावा आरोपियों के नाम थानों के ग्राम अपराध रजिस्टर संख्या-8 में प्रविष्टि करने हेतु सम्बन्धित थानों व जनपदों को भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि आरोपियों से सम्बन्धित वाहनों का पंजीकरण निरस्त किये जाने के सम्बन्ध में सम्बन्धित सम्भागीय परिवहन अधिकारी को रिपोर्ट भेजी जाएगी। साथ ही, आरोपियों के बैंक खातों की भी जानकारी जुटाई जा रही है, जिन्हें फ्रीज करने के लिए आख्या प्रेषित की जाएगी।
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