MP Election 2023: मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के पहले एक महीने के भीतर दूसरी बार सागर जिले में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जहां एक ओर इस जिले समेत समूचे प्रदेश को हजारों करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात देकर गए, वहीं उन्होंने संत रविदास की इस धरती से सनातन का विरोध करने वाले विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं को भी जम कर आड़े हाथों लिया।
मोदी अपने लगभग आधे घंटे के संबोधन में 10 मिनट तक सनातन विरोधियों को निशाने पर लेते रहे। उन्होंने कहा कि ‘इंडी अलायंस’ का अब तक नेता और नेतृत्व तय नहीं है, लेकिन शायद इस गठबंधन ने मुंबई की अपनी बैठक में अपनी आगे की रणनीति तय कर ली है। इनकी भारत की संस्कृति पर हमला करने की नीति और नीयत है। उन्होंने कहा कि जिस सनातन ने महात्मा गांधी को प्रेरित किया। महात्मा गांधी ने राम से प्रेरणा पाई, संभवत: इसलिए उनके आखिरी शब्द ‘हे राम’ रहे। महात्मा गांधी ने सनातन से प्रेरित होकर ही अस्पृश्यता का अभियान चलाया। ये गठबंधन उसी सनातन को ही समाप्त करना चाहता है।
प्रधानमंत्री ने जनता का आह्वान करते हुए कहा कि इन लोगों ने खुल कर सनातन पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। अब ये लोग हम पर होने वाले हमले और बढ़ाने वाले हैं। देश के कोने-कोने में रहने वाले सनातनी को, इस देश से प्यार करने वाले को और हर किसी को सतर्क रहने की जरूरत है। सनातन को मिटा कर ये देश को फिर एक हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं, पर हमें मिल कर ऐसी ताकतों को रोकना है। संगठन की शक्ति से एकजुटता से उनके मंसूबे नाकाम करने हैं।
सनातन ने हजारों वर्षों से भारत को जोड़ा है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सनातन धर्म भारत की हजारों साल की परंपरा है, विपक्षी गठबंधन उसे तहस-नहस करना चाहता है। जिस सनातन धर्म ने देवी अहिल्या बाई होल्कर और झांसी की रानी लक्ष्मी बाई को प्रेरित किया। स्वामी विवेकानंद और लोकमान्य तिलक भी उसी से प्रेरित रहे। लोकमान्य तिलक ने सनातन से प्रेरित होकर ही गणेशोत्सव को सार्वजनिक तौर पर मनाने की शुरूआत की और उसे स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ा। सनातन की ही ताकत थी कि आजादी के आंदोलन में फांसी पाने वाला हर क्रांतिकारी अगला जन्म भारत माता की गोद में ही चाहता था। सनातन संत रविदास का प्रतिबिंब है। सनातन ने हजारों वर्षों से भारत को जोड़ा है। विपक्षी गठबंधन मिल कर उसे खंड-खंड करना चाहता है।
हाल ही में दिल्ली में संपन्न जी-20 आयोजन के बाद पहली बार किसी आमसभा को संबोधित कर रहे मोदी ने इस आयोजन की सफलता का श्रेय देश की जनता को दिया। उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से ये भी पूछा कि इस आयोजन से जनता को गौरव महसूस हुआ या नहीं। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी इस आयोजन से जोड़ते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में भी भोपाल, इंदौर और खजुराहो में जी-20 की बैठकें हुईं और उसमें शामिल हो करके जो लोग गए, वे यहां का गुणगान कर रहे हैं। सांस्कृति, पर्यटन, कृषि और औद्योगिक सामर्थ्य को दुनिया के सामने लाए हैं, इससे पूरे विश्व में मध्यप्रदेश की भी नई छवि निखरकर आई है। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री चौहान और उनकी पूरी टीम की जी-20 का सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए प्रशंसा करते हैं।
राज्य में कांग्रेस शासन का संदर्भ देते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा ने मध्यप्रदेश को भय से मुक्ति दिलाई, यहां कानून व्यवस्था को स्थापित किया। पुराने पीढ़ी के लोगों को याद होगा कि कैसे कांग्रेस ने इसी बुंदेलखंड को सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं से तरसा कर रख दिया था। भाजपा सरकार में हर गांव तक सड़क, हर घर तक बिजली पहुंच रही है। कनेक्टिविटी सुधरने से उद्योग-धंधों के लिए भी एक अनुकूल माहौल बना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा की सरकारें गारंटी पूरी करने वाली सरकारें हैं। इसी क्रम में उन्होंने रक्षाबंधन के पूर्व गैस सिलेंडर सस्ते होने और किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पहले यूरिया के नाम पर भी घोटाले होते थे, लेकिन अब किसानों को यूरिया आसानी से मिल रही है।
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भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम
बुंदेलखंड अंचल के अपने इस संबोधन में मोदी ने सिंचाई के क्षेत्र में भाजपा सरकारों द्वारा किए जा रहे कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केन-बेतवा परियोजना का इस क्षेत्र को बहुत लाभ होगा। इसके पहले प्रधानमंत्री ने यहां स्थित भारत-ओमान रिफाइनरी लिमिटेड के परिसर में लगभग 50 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले पेट्रोलियम कांप्लेक्स का शिलान्यास और इसके मॉडल का निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री ने प्रदेश में 10 नई औद्योगिक परियोजनाओं सहित लगभग 50 हजार 700 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, वीरेंद्र कुमार, प्रहलाद पटेल, भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और प्रदेश सरकार के कई मंत्री उपस्थित रहे।
इस कांप्लेक्स की अहमियत पर जोर देते हुए मोदी ने कहा कि इसका उद्देश्य भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि देश अब तक पेट्रोल-डीजल के साथ ही पेट्रोकेमिकल उत्पादों के लिए भी दूसरे देश पर निर्भर रहता है। उन्होंने बुंदेलखंड की जनता को सरल शब्दों में इस कांप्लेक्स की अहमियत समझाते हुए कहा कि नहाने में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की बाल्टी, मग, नल, कुर्सी-मेज से लेकर कारों के डैशबोर्ड और ग्लूकोज की बोतल तक में पेट्रोकेमिकल उत्पादों की अहम भूमिका होती है। बीना का ये कांप्लेक्स इन सभी चीजों में मदद करते हुए समूचे क्षेत्र के विकास को एक नई गति देगा।