नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज यहां अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के मौके पर नये संसद टेलीविजन चैनल का लोकार्पण किया और विश्वास व्यक्त किया कि यह टेलीविजन चैनल देश के युवाओं एवं अन्य लोगों को संसदीय लोकतंत्र से अधिक मजबूती से जोड़ने और उन्हें नागरिकों के कर्त्तव्य का बोध कराने में अहम भूमिका निभायेगा।
संसदीय सौध में आयोजित एक कार्यक्रम में लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी चैनलों को एकीकृत करके निर्मित इस चैनल को इन तीनों विभूतियों ने संयुक्त रूप से रिमोट का बटन दबा कर जनता को समर्पित किया और आशा जतायी कि नया टीवी चैनल संसद से लेकर ग्राम पंचायत तक देश के लोकतंत्र के स्वरूप एवं कार्यप्रणाली से देश की जनता को परिचित कराने के साथ ही दुनिया भर के लोकतंत्र के मॉडलों से भी जनसामान्य को अवगत करायेगा। श्री नायडु ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि अधिकृत सूचनाओं के समय पर प्रवाह से हमारी विधायिका और निर्वाचित प्रतिनिधियों की जवाबदेही बढ़ाती है तथा जनसंस्थानों के कामकाज की पारदर्शिता सुनिश्चित करती है।
राज्यसभा के सभापति श्री नायडू ने कहा कि आज के युग में सच और झूठ में अंतर करना मीडिया के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी हो गयी है। मीडिया को तथ्य सहेज कर जनता के आगे रख देना चाहिए और जनता को उसे अपने विवेक से परखना चाहिए। इसी से लोकतंत्र समृद्ध एवं सशक्त बनता है।
प्रधानमंत्री ने सभी को अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस की बधाई दी तथा इंजीनियर दिवस एवं दूरदर्शन के स्थापना दिवस के मौके पर दूरदर्शन सहित सभी टेलीविजन इंजीनियरों को शुभकामनाएं प्रेषित कीं। मोदी ने कहा कि मीडिया में कहा जाता है कि ‘कन्टेंट इज़ किंग’ लेकिन उनके विचार से ‘कन्टेंट इज़ कनेक्ट’ अर्थात यदि किसी के पास कन्टेट यानी ठोस विचार, सूचना या सामग्री होगी तो लोग खुद उससे जुड़ते हैं। ये बात जितनी मीडिया पर लागू होती है, उतनी ही हमारी संसदीय व्यवस्था पर भी लागू होती है क्योंकि संसद में सिर्फ राजनीति नहीं है, नीति भी जुड़ी है।
उन्होंने कहा कि तेजी से बदलते समय में मीडिया और टीवी चैनलों की भूमिका भी तेजी से बदल रही है। 21वीं सदी तो विशेष रूप से संचार और संवाद के जरिए क्रांति ला रही है। ऐसे में ये स्वाभाविक हो जाता है कि हमारी संसद से जुड़े चैनल भी इन आधुनिक व्यवस्थाओं के हिसाब से खुद को बदलें।
मोदी ने कहा कि संसद टीवी देश में टीवी कार्यक्रमों में एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा। संसद टीवी डिजीटल एवं ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी होगा। इसमें लोगों की रूचि के अनुसार कार्यक्रम बनेंगे और भाषा पर ध्यान दिया जाएगा। संसद के दोनों सदनों में बहस मुबाहिसों के साथ हास्य विनोद के पलों को भी दिखाया जाएगा। सांसदों के विशिष्ट प्रकार के योगदान जिनसे दूसरों को प्रेरणा मिले, को भी दर्शाया जाएगा। हमारे संविधान, नागरिकाें के कर्त्तव्य को लेकर भी जागरूकता फैलाने में मीडिया की प्रमुख भूमिका होती है। इसके अलावा विधानसभाओं एवं ज़मीनी स्तर पर काम करने वाली पंचायतों के कार्यों को स्क्रीन पर लाकर देश में लोकतंत्र की गहरायी को समझने में लोगों की मदद करेगा। श्री बिरला ने कहा कि संसद टीवी के माध्यम से दुनिया भर के लोग ग्राम पंचायत से लेकर संसद तक की कार्यप्रणाली को जान सकेंगे। इस चैनल में दूरदराज के इलाकों में रहने वालों के अभाव भी दिखायी देंगे तो देश में प्रेरणादायी कार्यों का भी उदाहरण दिखाये जाएंगे। कार्यक्रम में स्वागत भाषण एवं चैनल का परिचय संसद टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कपूर ने दिया जबकि आभार ज्ञापन लोकसभा के महासचिव उत्पल सिंह ने किया।
नकारीपरक कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा
सूत्रों के अनुसार इस चैनल को जानकारीपरक कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों को लोकतांत्रिक मूल्यों और देश की संस्थाओं से संबंधित विषयों पर उच्च गुणवत्ता वाली विषयवस्तु प्रस्तुत करेगा। इसके अलावा जब संसद सत्र की बैठकें होंगी तब संसद टीवी के दो चैनलों पर लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही का सीधा प्रसारण किया जाएगा। भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी और कपड़ा मंत्रालय के पूर्व सचिव रवि कपूर संसद टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं जबकि लोकसभा सचिवालय में संयुक्त सचिव मनोज अरोड़ा इसके विशेष कार्याधिकारी हैं।
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