‘प्रधानमंत्री गंंगा समान पवित्र, राहुल के आरोप बेबुनियाद’

– भाजपा ने कांग्रेस पर किया पलटवार
New Delhi: नोटबंदी को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वार को लेकर केंद्रीय दूरसंचार मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया है। उन्होंने साथ ही कहा कि राहुल गांधी अपनी पार्टी को लगातार हार की तरफ ले जा रहे हैं और इसी की हताशा में प्रधानमंत्री पर आधारहीन आरोप लगा रहे हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी गंगा की पवित्र हैं। राहुल गांधी अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में कांग्रेसियों की कथित मिलीभगत से
ध्यान हटाने के लिए प्रधानमंत्री पर ये आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी खुद 5000 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में बेल पर हैं और भारत के पाक-साफ ईमानदार प्रधानमंत्री पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। मोदी सरकार के मंत्री रविशंकर प्रसाद ने साथ ही कहा कि कांग्रेस का इतिहास करप्शन का रहा है, कांग्रेस पार्टी ने घोटाला करने में धरती, आकाश और समुंदर तक को नहीं छोड़ा। राहुल गांधी आप एक बात का जवाब दें कि 10 साल की (यूपीए) सरकार में मनमोहन सिंह से अधिक आपकी ताकत थी। तब आपने किसी घोटाले पर क्यों कुछ नहीं बोला। भाजपा नेता ने कांग्रेस उपाध्यक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी के बारे में जनता मानने लगी है कि वह बोलने से पहले नहीं सोचते और ना ही बोलने के बाद सोचते हैं। रविशकंर प्रसाद ने कहा, ‘जब उनके बहनोई (रॉबर्ट वाड्रा) हरियाणा सरकार से लाखों-करोड़ों रुपये कमा रहे थे, तब को उन्होंने एक शब्द भी नहीं बोला और आज हमारे गंगा के समान पवित्र पीएम पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।’ इससे पूर्व भाजपा ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इन आरोपों पर कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ आधारहीन आरोप लगाने की उनकी (कांग्रेस) आदत बन गई है। वहीं गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ‘राहुल गांधी जी की बातों को क्यों गंभीरता से लेते हैं? कांग्रेस वाले भी उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेते।’
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राहुल गांधी खुद 5000 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में बेल पर हैं और भारत के पाक-साफ ईमानदार प्रधानमंत्री पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।
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क्या बोले थे कांग्रेस उपाध्यक्ष
गुजरात के मेहसाणा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी से गरीबों को निशाना बनाया है। ये फैसला भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ नहीं, बल्कि ईमानदार गरीब लोगों के खिलाफ है। अमीरों के 8 लाख करोड़ रुपये को माफ करने के लिए नरेंद्र मोदी जी ने नोटबंदी की।