PR Sreejesh Meets Narendra Modi: नई दिल्ली (एजेंसी)। पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक जीतकर स्वदेश लौटी हॉकी टीम के हीरो पीआर श्रीजेश से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर बातचीत की। पीएम ने कहा, प्रतिष्ठित एथलीट ने खेलों में अपनी चतुराई दिखाई और अपनी टीम को सेमीफाइनल मैच हारने के बाद गोल होने से बचाया। पीआर श्रीजेश ने इस साल अपने करियर का अंतिम मैच ग्रीष्मकालीन खेलों में कांस्य जीतने वाले हॉकी मैच के साथ दर्शाया। Narendra Modi
हरमनप्रीत सिंह के नेतृत्व में, भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 8 अगस्त को स्पेन के खिलाफ 2-1 की जीत के साथ इतिहास रचा था। यह ओलंपिक में देश का लगातार दूसरा कांस्य पदक रहा।
एक मीडिया रिपोर्ट में अपने आवास पर भारतीय ओलंपिक दल से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने पूछा, ‘‘श्रीजेश आपने ये रिटायर होने का फैसला पहले ही कर लिया था?’’ हॉकी टीम को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘‘ये टीम आपको मिस करेगी लेकिन आपकी टीम से ये शानदार विदाई रही, टीम को बधाई।’’ 36 वर्षीय पीआर श्रीजेश ने कहा, ‘‘पिछले कई सालों से सोच रहा था, मेरी टीम ने बोला, भाई कब छोड़ेगा।’’ Narendra Modi
#WATCH | PM Narendra Modi interacted with PR Sreejesh, who played the final match of his career at the Bronze-winning Hockey match at the Paris Olympics, during his interaction with the Indian Olympic contingent at his residence. pic.twitter.com/of12RIQLuj
— ANI (@ANI) August 16, 2024
रिपोर्ट में उन्होंने बताया, वह 2002 में प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए और 2004 में जूनियर टीम में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। भारतीय फील्ड हॉकी खिलाड़ी ने इस बात पर जोर दिया कि वह एक अच्छे मंच से संन्यास लेना चाहते थे और ओलंपिक इस निर्णय के लिए सबसे अच्छी जगह थी। Narendra Modi
#WATCH | PM Narendra Modi interacted with the Indian contingent that participated in #ParisOlympics2024, at his residence.
He said, "… It is an honour to have you all here… PR Sreejesh proved why he is known as 'The Wall'. Everyone who won a medal and even those who lost by… pic.twitter.com/8XMThnk67F
— ANI (@ANI) August 16, 2024
मीडिया रिपोर्ट में प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘‘आप सभी का यहां होना सम्मान की बात है…पीआर श्रीजेश ने साबित कर दिया कि उन्हें ‘द वॉल’ क्यों कहा जाता है। पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ियों और यहां तक कि एक अंक से हारने वाले खिलाड़ियों ने भी दोहराया कि यह गाथा तब तक नहीं रुकेगी जब तक वे स्वर्ण पदक नहीं जीत लेते।’’ Narendra Modi
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