तेल अवीव: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इजरायल की ऐतिहासिक यात्रा पर आज यहां पहुंचने पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रोटोकॉल तोड़ कर गर्मजोशी से उनकी अगवानी की और कहा कि इजरायल के लोग 70 वर्ष से भारतीय प्रधानमंत्री की प्रतीक्षा कर रहे थे। श्री मोदी इजरायल की तीन दिन की यात्रा पर अपराह्न तेल अवीव पहुंचे। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली इजरायल यात्रा है।
एयरपोर्ट पर हुई वेलकम सेरेमनी में मोदी ने अपनी स्पीच की शुरुआत हिब्रू भाषा में बाेलकर की। उन्होंने कहा भारत-इजरायल देशों के बीच जब से फुल डिप्लोमैटिक रिलेशंस शुरू हुए हैं, तब से रिश्तों ने तरक्की की है। इजरायल के लोगों ने यह देश डेमोक्रेटिक प्रिंसिपल्स पर बनाया है। तमाम विपरीत हालात और चुनौतियों के बावजूद आपने तरक्की की। चुनौतियों को मौकों में बदला है। 41 साल पहले ऑपरेशन एंटेबे के वक्त नेतन्याहू के बड़े भाई ने बलिदान दिया था।
किस ऑपरेशन एंटेबे का जिक्र कर रहे थे मोदी?
ठीक 41 साल पहले यानी 4 जुलाई 1976 को यूगांडा के एंटेबे में इजरायल ने कमांडो ऑपरेशन चलाया था। वहां फलस्तीनी उग्रवादियों ने एयर फ्रांस के प्लेन को हाईजैक कर लिया था। प्लेन में 248 पैसेंजर्स सवार थे। इजरायल ने 4000 किमी दूर अपने 100 कमांडो प्लेन से भेजे। ऑपरेशन में इजरायली कमांडो लेफ्टिनेंट कर्नल योनातन नेतन्याहू शहीद हो गए। योनातन मौजूदा पीएम नेतन्याहू के बड़े भाई थे।
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