महाबलीपुरम: दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर वार्ता पर पहुंचे चीनी राष्टपति, भव्य स्वागत
- तमिलनाडू की परम्परागत पोशाक पहने पीएम मोदी ने शी जिनपिंग को अर्जुन की तपस्यास्थली और कृष्णा बटर बॉल दिखाया
चेन्नई (एजेंसी)। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी ने मुलाकात के दौरान(PM Modi) महाभारत के पात्रों के नाम पर बने पंच रथ देखे और पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को गणेश रथ मंदिर भी दिखाया। शी जिनपिंग को पीएम मोदी ने अर्जुन की तपस्यास्थली और कृष्णा बटर बॉल दिखाया है। महाबलीपुरम के मुलाकात के स्थल पर बने दर्शनीय स्थल देखने के बाद शी जिनपिंग और पीएम मोदी पंच रथ मंदिर में बैठे और वहां बातचीत की। इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए शुक्रवार दोपहर बाद चेन्नई पहुंचे जहां उनका भव्य सांस्कृतिक स्वागत किया गया।
अपराह्न करीब दो बजे उनका विमान चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा (PM Modi)
तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी, उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम, भारत में चीन के राजदूत सुन वीदोंग ने चीनी राष्ट्रपति का स्वागत किया। शी जिनपिंग के स्वागत के लिए तमिलनाडु के विभिन्न पांरपरिक रंगबिरंगी वेशभूषा में सांस्कृतिक समूहों ने लोकनृत्यों एवं वाद्ययंत्रों की धुन पर उनका स्वागत किया। चीन के विदेश मंत्री वांग यी, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के प्रभावशाली सदस्य दिंग शुएशियांग, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के एक अन्य प्रभावशाली सदस्य एवं विदेशी मामलों के आयोग के निदेशक यांग जिची भी उनके साथ आए हैं।
अमेरिकी राष्टपति हो चाहे कोई और कश्मीर पर किसी की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं: शाह
बुलढाना (महाराष्ट्र)। कश्मीर मसले पर पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाने वालों को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इशारों-इशारों में संदेश दिया है। महाराष्ट्र के बुलढाणा में चुनावी सभा के दौरान शाह ने कहा है कि पिछले कुछ सालों में हमारा साफ स्टैंड है कि हमलोग किसी भी मुल्क की दखलंदाजी कश्मीर मुद्दे पर नहीं चाहते हैं। शाह ने कहा कि भले ही वह अमेरिकी राष्ट्रपति हों या कोई और, पीएम मोदी ने साफ शब्दों में कहा है
- कि कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है
- और इसमें किसी भी देश के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।
- केंद्रीय मंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा
- कि आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के बाद देश में यह पहला चुनाव है।
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