वाशिंगटन। अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) ने गंभीर रूप से बीमार कोरोना वायरस (कोविड-19) के मरीजों के इलाज के लिए आपात स्थिति में प्लाज्मा थेरेपी को मंजूरी प्रदान कर दी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। ट्रम्प ने कहा, “ मैं काफी लंबे समय से प्लाज्मा थेरेपी को मंजूरी दिलाने के लिए काम कर रहा था। चीनी वायरस के खिलाफ हमारी लड़ाई के संबंध में मुझे यह ऐतिहासिक घोषणा करते हुए आज काफी खुशी हो रही है। इससे कई लोगों की जिंदगी बचाई जायेगी।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि शोध में यह पाया गया है कि प्लाज्मा थेरेपी के जरिये कोरोना के मरीजों में मृत्यु दर को 35 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। ट्रम्प ने कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके अमेरिकी लोगों से बढ़-चढ़कर प्लाज्मा दान करने की भी अपील की। एफडीए ने कहा कि शोध में यह पाया गया है कि यदि कोरोना से संक्रमित किसी मरीज के अस्पताल में भर्ती होने के तीन दिनों के भीतर उसे प्लाज्मा थेरेपी दी जाती है तो उससे मरीज के स्वास्थ्य में सुधार होने की संभावना बढ़ जाती है।
एफडीए ने कहा कि उसने हाल के महीनों में जुटाए गए आंकड़ों की समीक्षा के आधार पर ही प्लाज्मा थेरेपी को मंजूरी प्रदान की है। अमेरिका में अभी तक कोरोना के 70 हजार से अधिक मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग किया जा चुका है। गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से गंभीर रूप से जूझ रहे अमेरिका में यह महामारी विकराल रूप ले चुकी है और अब तक 57 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं।
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