नयी दिल्ली: समान नागरिक संहिता लागू करने के मुद्दे पर छिड़ी देशव्यापी बहस के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा है कि लोगों को धर्म के आधार पर पर्सनल लाॅ चुनने की अाजादी दी जानी चाहिए लेकिन एेसे लोगों को विधानसभा और लोकसभा चुनावों में मतदान का अधिकार छोड़ देना चाहिए।
संघ विचारक एम जी वैद्य को विधि आयोग की ओर से एक प्रश्नावली प्राप्त हुई है जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि जो लोग धर्म के आधार पर समान नागरिक संहिता का विरोध कर रहे हैं उन्हें ‘सीमित विकल्प’ दिया जाना चाहिए।
उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया है कि यह स्थाई विकल्प नहीं हो सकता । (वार्ता)