रोष: सड़क पर बिखरी मिली दवाइयां
लोगों ने की गंभीरता से जांच करने की मांग
दवाईयों की एक्सपायरी डेट 2018
कैथल (सच कहूँ न्यूज़)। गांव खेड़ी सिकन्दर से बरसाना को जाने वाली सड़क पर काफी मात्रा में सड़क किनारे सरकारी अस्पताल की दवाइयां मिलने से किसानों और ग्रामीणों के बीच स्वास्थ्य विभाग की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। शुक्रवार को सुबह जब सुरेन्द्र सिंह, दयानन्द, सुरेश, सीनू सहित कई किसान अपने खेतों में जा रहे थे तो उन्हें सड़क किनारे कुछ दवाइयां बिखरी मिली।
पहले तो किसानों को लगा कि शायद ये दवाइयां एक्सपायरी डेट की होंगी। लेकिन एक व्यक्ति ने जब ये कहा कि एक्सपायरी दवाइयां भी ऐसे नहीं गिराई जा सकती और जब उनकी एक्सपायरी डेट की जाँच की तो पाया कि उनकी डेट 2018 तक की है और दवाइयों पर नोट फॉर सेल और केवल गवर्नमेंट सप्लाई के लिए लिखा हुआ था।
इसकी सूचना तुरन्त किसानों ने सवांददाता को दी और उनकी कुछ फोटो भेजी। सूचना पाकर पूंडरी स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ विकास भटनागर अपनी टीम के सदस्यों के साथ उक्त स्थान पर पहुंचे और दवाइयों के बारे में आसपास के किसानों से पूछताछ की। और दवाइयों को कब्जे में लिया। इतनी अधिक मात्रा में दवाइयाँ मिलना स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।
इस बात का भी रोष लोगों में था कि जब वे इलाज के लिए किसी भी सरकारी अस्पताल में जाते हैं तो उन्हें वहां पर कोई दवाइयां नहीं मिलती लेकिन सड़कों पर इतनी दवाइयाँ क्यों फेंकी गई हैं? लोगों ने इस मामले को गम्भीर बताया और इसकी गम्भीरता से जाँच की मांग की है।
क्या कहते हैं एसएमओ भटनागर
पूंडरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ डॉ. विकास भटनागर ने बताया कि सुबह इस बारे में खबर आई थी कि बरसाना और खेड़ी सिकन्दर के बीच संदिग्ध हालात में सरकारी अस्पताल की काफी मात्रा में दवाइयां बिखरी पड़ी हैं। मौके पर जाकर दवाइयों को कब्जे में लिया है और जांच की गई है।
जांच में यह दवाइयां 2015 में इश्यू हुई बताई गई हैं। बैच में गवर्नमेंट सप्लाई के लिए और एक्सपायरी डेट कुछ की 2018 है और कुछ की खत्म हो चुकी है। मामले काफी गम्भीर है, दवाइयां यहां कैसे आई और क्यों फेंकी गई? इसकी अभी जाँच कर रहे हैं उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।