पैदल चलने वालों को किया नजर अंदाज, जान हथेली पर रख कर रहे लोग सड़क पार

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Narwana News: नरवाना। चौराहे पर सड़क पार करते हुए लोग।

नरवाना (सच कहूँ/राहुल)। Narwana News: शहर के विशवकर्मा चौक, पुराना बस स्टैंड चौक और लघु सचिवालय के पास इलेक्ट्रिक सिग्नल पर जेब्रा क्रासिंग और पैदल चलने के लिए पैदल चलने का सिग्नल देने वाली लाइटें होनी चाहिए ताकि सड़क पार करने वाले लोगों को पता चल सके कि वे अब सुरक्षित सड़क पार कर सकते हैं। लेकिन विशवकर्मा चौक, पुराना बस स्टैंड चौक और लघु सचिवालय के पास नगर परिषद द्वारा लाखों रुपए की लागत से वाहनों के लिए लाल हरा और पीले इलेक्ट्रिक सिग्नल तो लगा दिए गये है लेकिन पैदल चलने वालों के लिए ऐसा कोई सिग्नल नही लगाया है। Narwana News

ऐसे में पैदल चलने वाले क्या करें? लाल बत्ती होते ही वाहन रुकते हैं, पिछले लंबे समय से शहर में यही स्थिति बनी हुई है।इन जगहों पर सड़क पार करने वाले हजारों लोग इस अव्यवस्था के कारण परेशान होते हैं। जान जोखिम में डाल सड़क पार कर रहे पैदल यात्री आए दिन हादसे के शिकार भी होते हैं। परंतु संबंधित विभागों का ध्यान उस तरफ नहीं जाता। मजबूरन पैदल यात्रियों को वाहनों के बीच से ही जान हथेली पर रख कर सड़क पार करनी पड़ती है, जो कि रिस्की है।

सड़क पर जेब्रा क्रॉसिंग नहीं आती नजर | Narwana News

शहर में पुराने बस स्टैंड के पास बने नागरिक अस्पताल, सरकारी स्कूल व लघु सचिवालय के सामने जेब्रा क्रॉसिंग नजर नहीं आती है। इसके साथ ही विशवकर्मा चौक के सामने भी जेब्रा क्रॉसिंग दिखाई नही देती हैं। जिससे हादसे का भय बना रहता है। सड़कों पर यातायात नियमों की बात करना बेमानी सा नजर आता है। चौराहों पर वाहनों के रुकने के लिए न ही स्टॉप लाइन और न ही पैदल यात्रियों के लिए जेब्रा क्रॉसिंग दिखाई देती है। ऐसे में पैदल यात्रियों के लिए मुसीबत बढ़ जाती है। सड़क को पार करने के लिए वाहन रुकने का इंतजार करता पैदल यात्री कभी भी तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आ सकता है। इसे तकनीकी खामी कहें या फिर विभागों में आपसी तालमेल का अभाव, नतीजा आम आदमी को ही भुगतना पड़ रहा है। Narwana News

क्यों है पैदल सिग्नल और जेब्रा क्रॉसिंग जरूरी

बता दें कि शहर में बने दिल्ली पटियाला नेशनल हाईवे के एक तरफ शहर का नागरिक अस्तपताल ,सरकारी स्कूल , कॉलेज, बस स्टैंड, लघु सचिवालय सहित शहर की कॉलोनी पड़ती है। वही शहर के मुख्य बाजार में आने के लिए भी पैदल चल रहे लोगों को सड़क पार करनी पड़ती है। चौराहे पर पैदल सिग्नल और जेब्रा क्रॉसिंग जरूरी ना होने से जान जोखिम में डाल सड़क पर आ जा रहे वाहनों के बीच के निकल कर मजबूरन सड़क पार करनी पड़ती है। इसलिए इस तीनों जगहों पर पैदल सिग्नल और जेब्रा क्रॉसिंग जरूरी है।

सड़क पार करने में होती हैं मददगार जेब्रा क्रासिंग

सड़क पर वाहनों के लिए लगे इलेक्ट्रिक सिग्नल पर सफेद पट्टियां बनी होती हैं। जिसको जेब्रा क्रॉसिंग कहा जाता है। यह क्रॉसिंग लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाई जाती है। अक्सर वाहन चालको को पता होता हैं कि उन्हें कहां पर गाड़ी रोकनी है या गति धीमी करनी होती हैं,इसके म साथ साथ रोड क्रॉस करने वालों को पता रहता है कि रास्ता कहां से क्रॉस करना है। यह बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों व अन्य को सड़क पार करने में मददगार होती हैं।

नेशनल हाईवे द्वारा विशवकर्मा चौक, पुराना बस स्टैंड चौक और लघु सचिवालय चौराहे पर पैदल सड़क पार करने वालो के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। सड़क पर ज़ेबरा क्रॉसिंग भी कहीं दिखाई नहीं देती। जहां तक बात चौराहे पर लगे इलेक्ट्रिक सिग्नल पर पैदल सड़क पार करने के सिग्नल की है, तो टेक्निकल को बुलाकर जल्द से जल्द पैदल का सिग्नल भी दे दिया जाएगा। पैदल सड़क पर करने वालो को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।                                                                                     संजय यादव, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद नरवाना 

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