पीएयू व वैटरनरी यूनीवर्सिटी अध्यापक यूनियन ने किया रोष प्रदर्शन

यूजीसी के संशोधन किए वेतन स्केलों को लागू न करने का मामला

लुधियाना। (सच कहूँ/जसवीर सिंह गहल/रघवीर सिंह) पीएयू व गुरू अंगद देव वैटरनरी व एनीमल सांईसेज यूनीवर्सिटी के अध्यापक यूजीसी के संशोधन किए वेतन स्केलों को लागू न करने के विरुद्ध अपना संघर्ष तेज कर दिया है। यह आंदोलन आज चौथे दिन में शामिल हो गया। प्रदर्शनकारियों ने ने एमएस रंधावा लाईब्रेरी के सामने एकत्रित होकर पीएयू मेला ग्राऊंड की तरफ मार्च किया, जहां 12 फरवरी को सरकारी किसान मिलनी की जा रही है। इस उपरांत प्रदर्शनकारियों द्वारा रोष मार्च करते गेट नम्बर 2 से गेट नम्बर 1 तक्क मार्च किया गया।

यह भी पढ़ें:– गैंगस्टर सुखप्रीत बुड्ढा को नौ दिन के रिमांड पर भेजा

प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरुद्ध के नारेबाजी करते फिरोजपुर रोड कुछ समय के जाम कर दिया, जिससे वाहनों की लम्बी लाईनें लग गई। डॉ. हरमीत सिंह किंगरा ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी जायज मांगें न मानी तो आने वाले दिनों में दोनों यूनीवर्सिटियों को मुकम्मल तौर पर बंद करने का फैसला लिया जा सकता है। जनरल सचिव डॉ. मनदीप सिंह गिल ने कहा कि दोनों यूनीवर्सिटियों के वैज्ञानिकों का पंजाब की आर्थिकता व किसान वर्ग को ऊंचा उठाने में बहुत बड़ा योगदान है। इसलिए पंजाब की कृषि की रीढ़ की हड्डी इन वैज्ञानिकों को उनको बनता हक दिया जाए।

डॉ. कुलदीप गुप्ता प्रधान गडवासूटा ने कहा कि पशु पालकों की अथक सेवा करने वाले वैज्ञानिकों को उनको बनता हक देकर उत्साहित करना चाहिए। जनरल सचिव डॉ. अपिन्द्र पाल सिंह बराड़ ने कहा कि जब पंजाब की बाकी यूनीवर्सिटियों को यूजीसी के वेतन स्केल दिए गए हैं तो क्यों इन दोनों यूनीवर्सिटियों को अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि 12 फरवरी को सरकारी किसान मिलनी में काले बिल्ले लगाकर व सीएम मान को ज्ञापन सौंपकर रोष दर्ज करवाया जाएगा।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।