जींद (सच कहूं न्यूज) जींद में पटवारी को लेबर विभाग से रजिस्टर्ड श्रमिकों की 50 हजार से ज्यादा वर्क स्लिप वेरिफाई करने पर दोषी पाए जाने के बाद सस्पेंड कर दिया है। मामले की जांच चल रही थी। बीडीपीओ अक्षयदीप सिंह ने पटवारी के सस्पेंशन की पुष्टि की है।
फरवरी के पहले सप्ताह जींद के अलेवा क्षेत्र के ग्राम सचिव विरेंद्र ने श्रम विभाग को शिकायत की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि एक ही पटवारी संदीप द्वारा जींद के अलावा प्रदेश भर के श्रमिकों की 50 हजार से ज्यादा वर्क स्लिप वेरिफाई की गई हैं। इसमें फर्जीवाड़ा हुआ है। इस पर श्रम विभाग ने जांच शुरू की और संदीप पटवारी द्वारा वेरिफाई की गई सभी लेबर कॉपियों को होल्ड कर दिया। इसके बाद श्रमिकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। होल्ड की गई लेबर कॉपियों को दोबारा से शुरू करने की मांग को लेकर यूनियनों ने प्रदर्शन किए। दरअसल लेबर डिपार्टमेंट से रजिस्टर्ड श्रमिकों ने साल में कितने दिन कहां पर काम किया, इसकी वर्क स्लिप बनवाकर अधिकृत अधिकारी से वेरिफाई करवानी होती है।
श्रमिकों ने अपनी लेबर कॉपी अलेवा में तैनात संदीप पटवारी से वेरिफाई करवा ली। संदीप पटवारी ने प्रदेश भर की करीब 50 हजार कॉपियों को वेरिफाई कर दिया। इसमें जींद जिले की 32 हजार कॉपी थी। मामले की विभागीय जांच में ये भी पता चला कि सैकड़ों ऐसी वर्क स्लिप हैं, जिनमें मजदूर ने काम भी नहीं किया और उन्हें भी वेरिफाई किया गया है।
श्रम विभाग और पंचायत विभाग द्वारा अलग-अलग मामले की जांच की गई और इसमें संदीप पटवारी को आरोपी ठहराया गया और उसे तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने के आदेश जारी किए गए। 28 मार्च को पंचायती विभाग ने संदीप पटवारी के सस्पेंशन का लेटर जारी कर दिया।