नई दिल्ली (एजेंसी)। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक Patnaik ने राज्य को पूर्वी भारत का उभरता विनिर्माण हब बताते हुये आज निवेशकों को वहाँ निवेश के लिए आमंत्रित किया। पटनायक ने यहाँ ओडिशा निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि राज्य में खनिज का अपार भंडार है।
देश का 54 प्रतिशत एल्युमीनियम तथा 25 प्रतिशत स्टील उत्पादन यहाँ होता है। यह तेजी से पूर्वी भारत के विनिर्माण हब के रूप में उभर रहा है। उनकी सरकार का फोकस धातु उत्पादन को और बढ़ावा देना है। साथ ही वह खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र, पर्यटन, आईटी तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और रसायन, प्लास्टिक तथा पेट्रो रसायन क्षेत्रों पर भी फोकस कर रही है।
इस सम्मेलन का आयोजन ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 11 से 15 नवंबर तक आयोजित होने वाले ‘मेक इन ओडिशा कान्क्लेव’ के दूसरे संस्करण से पहले दिल्ली के निवेशकों को आकर्षित करना था। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ‘टीमवर्क (सामूहिक प्रयास), टेक्नोलॉजी (प्रौद्योगिकी) और ट्रांसपेरेंसी (पारदर्शिता) के तीन ‘टी’ के मंत्र पर काम कर रही है।
उनकी सरकार के 18 साल के शासनकाल में ओडिशा की बंदरगाह क्षमता 10 गुणा होकर 19 करोड़ टन पर पहुँच गई है। बिजली उत्पादन और सड़कों के नेटवर्क में भी अच्छी वृद्धि हुई है। पटनायक ने सम्मेलन के बाद संवाददाताओं को बताया कि नवंबर में होने वाले कान्क्लेव में जापान साझेदार देश और भारतीय स्टेट बैंक साझेदार बैंक होगा। उन्होंने उम्मीद जतायी कि निवेशक बड़ी संख्या में कान्क्लेव में हिस्सा लेंगे और राज्य में मौजूद निवेश के अवसरों का लाभ उठाएंगे।
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