चीन में पादरी को नौ साल की सजा

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धार्मिक स्वतंत्रता के पक्ष में उठा रहे थे आवाज  | China

वॉशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिका ने चीन (China) से जेल में बंद ईसाई पादरी वांग यी को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मोर्गन ओटार्गुस ने एक वक्तव्य जारी कर यह बात कही। ईसाई पादरी वांग यी को चीन में धार्मिक स्वतंत्रता का समर्थन एवं उसकी वकालत करने के मामले में नौ वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है। सुश्री ओटार्गुस ने कहा कि चेंगडु में अर्ली रेन कनवेंट चर्च में वांग यी पादरी हैं।

अमेरिका ने की जल्द रिहाई मांग

चीन में धार्मिक स्वतंत्रता का शांतिपूर्ण रूप से समर्थन कर रहे थे। इस मामले में गुप्त रूप से उन पर मुकदमा चलाया गया और नौ वर्ष कारावास की सजा सुना दी गई। हम उनकी बिना किसी शर्त के जल्द से जल्द रिहाई की मांग करते हैं। पादरी वांग यी को चेंगडु के चर्च पर कार्रवाई के तहत नौ दिसंबर 2018 को उनके समूह सहित गिरफ्तार किया गया। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा, ‘यह बीजिंग की चीनी इसाईयों और अन्य धार्मिक समूहों के लोगों के प्रति दमनकारी नीति का एक उदाहरण है। अमेरिका ने कहा कि चीन संविधान के तहत नागरिकों के लिए धार्मिक स्वतंत्रता और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का पालन करे।

  • चेंगडु में अर्ली रेन कनवेंट चर्च में पादरी हैं वांग यी
  • धार्मिक स्वतंत्रता का समर्थन और वकालत की
  • कोर्ट ने सुनाई 9 वर्ष के कारावास की सजा
  • अमेरिका ने तुरंत रिहाई की उठाई मांग
  • चीन को अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का पालन करने की नसीहत

नहीं थम रही नफरत

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दुनिया भर के देशों से धार्मिक नफरत खत्म करने की अपील की है। उनका कहना है कि मुस्लिम के खिलाफ घृणा, ईसाइयों और अन्य धार्मिक समूहों के उत्पीड़न की भावना को खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने धार्मिक धार्मिक घृणा फैलाने वालों का बहिष्कार किए जाने की अपील की। इसके बावजूद दुनिया के कई देशों में धर्म के नाम पर हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है।

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