- डेरा श्रद्धालुओं ने हाथ खड़े करके गांव व शहरों में नशे के खिलाफ मुहिम चलाने का लिया संकल्प
- साध-संगत के अटूट प्रेम, श्रद्धा और विश्वास के आगे छोटे पड़े प्रबंध
- पानीपत की साध-संगत 250 से अधिक जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़े वितरित कर बनी सहारा
पानीपत सन्नी कथूरियां। शहर के दशहरा ग्राउंड के पीछे सेक्टर 13-17 में बना (Panipat namcharcha) विशाल पंडाल रविवार को डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से समाज को नशा मुक्त करने के लिए चलाया जा रहा ध्यान, योग और स्वास्थ्य द्वारा अखिल भारतीय नशा मुक्ति अभियान (डेप्थ) का साक्षी बना। अवसर था डेरा सच्चा सौदा के दूसरे गुरु परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के पावन अवतार महीने की खुशी में आयोजित पानीपत जोन की विशाल रूहानी नामचर्चा का। रूहानी नामचर्चा में कड़ाके की ठंड की परवाह किए बगैर बड़ी संख्या में पानीपत व आस-पास के ब्लॉकों से भारी तादाद में डेरा अनुयायियों ने भाग लिया।
साध-संगत के अटूट प्रेम, श्रद्धा और विश्वास के आगे प्रबंधन द्वारा किए गए सारे प्रबंध छोटे पड़ गए। इस अवसर पर डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों ने 147 मानवता भलाई कार्यो को रफ्तार देते हुए 250 जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़े वितरित कर उनकी सहायता की। इसके अलावा क्षेत्र में फैले नशे रूपी दैत्य को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए उपस्थित साध-संगत व शहर वासियों ने डेरा सच्चा सौदा की डेप्थ मुहिम के तहत अपने दोनों हाथ उठाकर नशे के प्रति लोगों को जागरूक करने और नशा नहीं करने के लिए प्रेरित करते हुए शपथ ली। नामचर्चा के दौरान पूज्य गुरु जी द्वारा भेजी गई 13वीं रूहानी चिट्ठी भी पढ़कर सुनाई गई।
चिट्ठी के माध्यम से पूज्य गुरु जी ने केन्द्र सरकार द्वारा ड्रग्स के खिलाफ उठाए जा रहे कदमों की सराहना करते हुए लिखा कि वे स्वयं व डेरा सच्चा सौदा की पूरी साध-संगत इस मुहिम में अपना पूरा सहयोग दे रहे है। नामचर्चा पंडाल में 9 बड़ी एलईडी स्क्रीनों के माध्यम से पूज्य गुरु जी के पवित्र वचनों को चलाया गया। जिसे साध-संगत ने एकाग्रचित होकर सुना। दोपहर 12 बजे धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का पवित्र नारा लगाकर नामचर्चा की शुरूआत की गई। बाद में कविराजों ने भजन वाणी के माध्यम से साध-संगत को लाभान्वित किया।
रूहानी नामचर्चा में उपस्थित साध-संगत को संबोधित करते हुए पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने फरमाया कि राम का नाम व बेगर्ज प्रेम दो ऐसी बाते है, जिसको अपनाने से पूरी जिदंगी बदल जाती है। ऐसा करने से पूरा समाज बदल जाता है और इंसान के अंदर-बाहर की तमाम कमियां दूर हो जाती है। ओम, हरि, अल्लाह, वाहेगुरु का नाम लेना इस इस घोर कलयुग में बड़ा ही मुश्किल है। इंसान को अपने काम धंधे याद रहते हैं, लेकिन भगवान का नाम लेना उसे याद नहीं रहता। आज इंसान दिन-रात काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार में लगा रहता है और भूल जाता है उस परम पिता परमात्मा को तथा अपने ओम, हरि, अल्लाह, वाहेगुरु राम को, जो दया का सागर है तथा मनुष्य को समुद्र के समुद्र खुशियां देने वाला है।
पूज्य गुरु जी ने आगे फरमाया कि बेपरवाह जी ने एक भजन में लिखा है कि दाता भूल दातां नाल प्यार पा लिया यानी आज का इन्सान उस मालिक को भूल गया और उस मालिक की बनाई गई चीजों में दिन-रात खोया हुआ है और मस्त है। मालिक की बनाई गई बातों पर ध्यान नहीं देता, बल्कि उसकी बनाई गई दातों पर ध्यान देता है। पूज्य गुरु जी ने कहा कि संत-पीर-फकीरों ने यह बार-बार समझाया है, बताया है और शिक्षा दी है कि इन्सान अपने मालिक को याद करे और इंसान मालिक के नाम को जपे तो जरूर परम पिता परमात्मा को पा सकता है। लेकिन उस बात को भूलकर आज का इंसान खुदगर्जी में, अहंकार में, काम, वासना, क्रोध, लोभ, मोह, ममता अहंकार में बुरी तरह से पागल है।
देश से खत्म होना चाहिए नशा | Panipat namcharcha
डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं ने नामचर्चा के दौरान कहा कि भारत एक आध्यात्मिक देश है और इस आध्यात्मिक देश की आस्था पर घात लगाने के लिए कुछ देश विरोधी ताकते नशे को भारत में भेजने में लगी हुई हैं। ताकि भारत का नौजवान अंदर से खोखला होता रहे और भविष्य में विदेशी ताकतों का सामना ना कर सके। इसलिए देश में नशे का खात्मा होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। देश के प्रधानमंत्री नशे को खत्म करने के लिए अनेक कदम उठा रहे हैं। इसलिए देश की जनता को एकजुट होते हुए नशे के खिलाफ मुहिम में शामिल होना चाहिए। इस दौरान साध-संगत से आह्वान किया गया कि वे नशे को खत्म करने के लिए गांव व शहरों में अभियान चलाए। जिसके पश्चात साध-संगत ने हाथ खड़े करके अभियान में शामिल होने का संकल्प लिया।
फूड बैंक डॉक्यूमेंट्री से किया प्रेरित
कोई भी इंसान भूखा ना सोए, इसके लिए नामचर्चा के दौरान लोगों को जागरूक करने हेतु डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाई जा रही फूड बैंक मुहिम संबंधित डाक्यूमेंट्री दिखाई गई। इस मुहिम के तहत साध-संगत सप्ताह में एक दिन उपवास रखकर बचा हुआ अनाज ब्लॉकों में बनाए गए फूड बैंक में जमा कराती है। बाद में उस अनाज को दीन-दुखियों सहित जरूरतमंद लोगों में बांटा जाता है।
रंगोली से दिया नशा रोकने का संदेश
पावन अवतार माह की खुशी में आयोजित विशाल रूहानी नामचर्चा के दौरान पूरे पंडाल में सुंदर डेकोरेशन की गई। इसके अलावा पंडाल व पूरे शहर में लगाए गए पूज्य गुरु जी के सुंदर स्वरूप सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। वहीं पंडाल में मुख्य स्टेज के पास डेप्थ मुहिम का संदेश देती रंगो व फूलों की सुंदर रंगोली भी सभी के आकर्षण का केंद्र रही।
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