पंचकूला पुलिस ने ट्रेफिक नियम तोड़ने वालों पर दिखाई सख्ती तो बढ़ने लगी हेल्मेट की बिक्री, वाहन चालकों में दिखने लगा भय
- पुलिस के डर से महिलाएं भी पहनने लगी हेल्मेट
- अब तक 627 महिलाओं के काटे गए हैं चालान
सच कहूँ/चरन सिंह/पंचकूला। शहर में इन दिनों महिलाओं में पुलिस का खौफ है। महिलाएं घर से निकलते समय पति का ही हैलमेट उठाकर चल पड़ती हैं और पति को कई बार बगैर हैलमेट जाना पड़ता है। दरअसल पंचकूला पुलिस द्वारा इन दिनों जगह-जगह नाके लगाकर बिना हैलमेट चलने वाली महिलाओं के चालान काटे जा रहे हैं। महिलाओं के साथ ही चालान की 100 रुपये फीस लेकर पर्ची भी थमा दी जाती है। पर्स से पैसा जाता देख महिलाओं ने अब हैलमेट पहनने में समझदारी दिखाना शुरू कर दी है।
दरअसल टू व्हीलर चलाते समय या पीछे बैठे होने पर महिलाओं के लिए सिर पर हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया। विदाउट हेलमेट टू व्हीलर चला रही 627 महिलाओं को पुलिस द्वारा चालान थमाया जा चुका है। पंचकूला ट्रैफिक इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निदेर्शों के अनुसार चालान किए जा रहे हैं। फिलहाल टू व्हीलर चला रही महिला के ही चालान काटे जा रहे हैं। सेकंड स्टैप में टू व्हीलर्स पर बिना हेलमेट पीछे बैठी महिला का भी चालान होगा। अभी पंचकूला ट्रैफिक पुलिस में महिला स्टाफ को मांगा गया है। जल्द ही महिला स्टाफ की भी ड्यूटी लगा दी जाएगी।
क्या कहते हैं यातायात के नियम
हरियाणा मोटर व्हीकल्स रूल्स 1993 के रूल 185 के तहत बीआईएस मानक वाला हेलमेट सभी दो पहिया वाहन चालकों के लिए पहनना जरूरी है। केवल उन लोगों को छूट हंै जिन्हें मेडिकल आधार पर सीएमओ ने हेलमेट न पहनने की हिदायत दी है। इसके अलावा पगड़ी पहनने वाले सिखों को हेलमेट से छूट है। हाईकोर्ट ने एक पीआइएल की सुनवाई के दौरान कहा था कि हरियाणा में हेलमेट न पहनने वालों पर कोई चेक नहीं है। नतीजा यह है कि लोग बिना हेलमेट वाहन चलाते हैं।
हेलमेट रखने वाले भी इसे सिर के बजाए बाजू में रखना ज्यादा पसंद करते हैं। हरियाणा सरकार की तरफ से कहा गया कि दायरे में बड़ा राज्य होने और पुलिस की लिमिटेशन होने के चलते हेलमेट न पहनने वालों को पूरी तरह से चेक नहीं किया जा सकता। हाईकोर्ट ने कहा था कि क्या मौत लिंग देखकर आती है या कोई गारंटी है कि महिलाओं का एक्सीडेंट नहीं होगा। हाईकोर्ट ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि सबकी जान की कीमत बराबर होती है। महिलाओं की खोपड़ी पुरुषों से अलग नहीं होती।
हेल्मेट खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
- अंदर का मैटेरियल भी चेक करें। खराब मैटेरियल चेहरे और बालों को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
- हेल्मेट का साइज ऐसा हो, जो आपको आराम दे। कभी भी कसा हुआ या ढीला हेल्मेट न खरीदे। पहनकर जरूर देंखे।
- जो फुल फेस के साथ ठोडी को कवर करते, वही हेल्मेट खरीदें।
- हेल्मेट की बेल्ट में लॉक स्विच भी चेक करें। कई बार जल्दी खराब होता है, जो दुर्घटना के समय घातक साबित हो सकता है।
- हेल्मेट के ग्लास भी महत्वपूर्ण होते हैं। ब्रांडेड हेल्मेट के शीशे भी मजबूत होते हैं।
- आईएसआई मार्का ही हेल्मेट खरीदें। युवतियों के लिए विशेष तौर पर हेल्मेट आते हैं।
- कम खर्च के लालच में कभी भी सडक़ किनारे दुकान से हेल्मेट न खरीदें।
- खरीदते समय इस बात की जांच कर लें कि अंदर के भाग से हेल्मेट टूटा न हो।
- हेल्मेट में गहरे रंग के शीशे न हो। शीशे पारदर्शी हो या हल्के काले रंग के शेड के साथ हो।
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