इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने करप्शन के मामले में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को शुक्रवार को दोषी (Nawaz Sharif Convicted) माना। इसके चलते उन्हें पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा है। पाकिस्तान के जर्नलिस्ट का कहना है कि पाक को भारत से जुड़े फैसले लेने वाला पीएम अब अगले साल ही मिलेगा। नवाज शरीफ 1985 में सैन्य तानाशाह जनरल जिया की मदद से राजनीति में आए और अब जनरल जिया के बनाए कानून के चलते ही बतौर प्रधानमंत्री अयोग्य करार दिए गए। पाकिस्तान में आने वाला समय अनिश्चित राजनीति का होगा। चूंकि शरीफ ने पार्टी को मौजूदा मुकाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है, इसलिए मुमकिन है वह पर्दे के पीछे से अपनी पावर का इस्तेमाल करते रहें।
क्या बोले हसनैन? | Nawaz Sharif Convicted
- ये तीसरा मौका है जब नवाज शरीफ प्रधानमंत्री का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए हैं।
- हर बार एक संवैधानिक संकट और पाकिस्तान में सरकार के मुखिया को हटना पड़ा।
- इसका असर भारत पर लाजमी है
- पड़ोसी देश में अस्थिरता यानी भारत विरोधी धड़ को और ताकत देने जैसा है।
- पाकिस्तान भारत के खिलाफ बैर पैदा करता रहेगा और उसकी इस पुरानी नीति में कोई बदलाव नहीं होगा।
- इमेज पर भरोसा करें तो नवाज ने भारत के खिलाफ किसी बड़े द्वेष की शुरुआत नहीं की,
- हालांकि उन्होंने मजबूती से विरोध भी कभी नहीं किया।
307 सवालों के बाद शरीफ दोषी करार | Nawaz Sharif Convicted
सुप्रीम कोर्ट में 307 सवालों के बाद शरीफ दोषी करार दिए गए। 170 सवाल तो जजों ने ही पूछे। हालांकि पार्टी की कमान अब भी शरीफ के हाथों में रहेगी। इस मामले में शरीफ के बेटे (हसन-हुसैन), बेटी और दामाद पर भी मामला चल रहा है। इससे शरीफ के परिवार का सियासी भविष्य अधर में लटक गया है। बेटी मरियम को शरीफ का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला सुनकर नवाज की बेटी मरियम नवाज और बेगम कुलसुम नवाज की आंखों से आंसू आ गए।
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