Kairana: हादसे में घायल बालक की सीएचसी पर दर्दनाक मौत, हंगामा

CHC
  • परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक पर लगाया गाली-गलौच व अभद्रता का आरोप
  • अस्पताल में पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों को समझा-बुझाकर किया शांत
  • पंद्रह दिन पूर्व भी इमरजेंसी ड्यूटी के दौरान इसी चिकित्सक पर लगे थे लापरवाही के आरोप
  • मुख्य चिकित्साधिकारी शामली ने संज्ञान लेकर एसीएमओ को सौंपी मामले की जांच

कैराना। उपचार के लिए CHC पर पहुंचे सड़क हादसे में घायल बालक की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक बालक के परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक पर गाली-गलौज व अभद्रता करने के आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा किया। सूचना पर अस्पताल पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया। वही, मुख्य चिकित्साधिकारी शामली ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच एसीएमओ को सौंप दी है।

कस्बे के मोहल्ला दरबार खुर्द पानीपत रोड निवासी नसीम का सात वर्षीय पुत्र जैद मंगलवार देर शाम सामान लेने के लिए दुकान पर गया हुआ था। इसी दौरान रोड पार करते समय वह वहां से गुजर रही तेज रफ्तार बाइक की चपेट में आकर गम्भीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद परिजन घायल बालक को लेकर उपचार के लिए कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में रात्रि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक मौके से नदारद मिला।

परिजन काफी देर तक इधर-उधर भटकते रहे, लेकिन गंभीर रुप से घायल बालक को उपचार नही मिल सका। इसके बाद परिजन साहस करके रात्रि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक के अस्पताल परिसर में स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे तथा घायल बालक का उपचार किये जाने की गुहार लगाई। आरोप है कि इससे आवास पर आराम फरमा रहा चिकित्सक बौखला गया तथा वहां पहुंचे बालक के परिजनों के साथ में गाली-गलौज व अभद्रता करने लगा। इस पर बालक के परिजन वापिस अस्पताल आ गए।

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काफी समय बाद अस्पताल में तैनात एक अन्य चिकित्सक मौके पर पहुंचा तथा बालक का उपचार शुरू किया। लेकिन तब तक हादसे में घायल बालक की मौत हो चुकी थी। बालक की मौत का पता लगते ही परिजनों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने समय पर उपचार न दिये जाने का आरोप न लगाते हुए अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। मामले की सूचना पर कोतवाली पर तैनात अपराध निरीक्षक नेत्रपाल सिंह अस्पताल में पहुंचे तथा हंगामा कर रहे मृतक बालक के परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया। इसके बाद परिजन बिना किसी कानूनी कार्यवाही के बालक के शव को अपने साथ ले गए। मासूम की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

पंद्रह दिन पूर्व भी चिकित्सक पर लगे थे गम्भीर आरोप

इससे पूर्व 20 मार्च की रात्रि उपचार के लिए अस्पताल ले जाए गए कस्बे के मोहल्ला आलखुर्द निवासी इस्लाम के 11 वर्षीय पुत्र अयान की मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजनों ने चिकित्सक पर अस्पताल में मौजूद न मिलने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया था। बताया गया है कि उस दिन भी यही चिकित्सक रात्रि ड्यूटी पर तैनात था। मामला संज्ञान में होंने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने पूरे मामले पर चुप्पी साध ली थी, जिस पर आज तक कोई कार्रवाई नही हुई है। हालांकि मंगलवार रात्रि अस्पताल में हुई बालक की मौत पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच एसीएमओ को सौंप दी है। परन्तु, जांच के बाद आरोपी चिकित्सक के खिलाफ क्या कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इस बारे में अभी कुछ नही कहा जा सकता है।

इन्होंने कहा-

रात्रि के समय कुछ लोग एक बालक को लेकर अस्पताल में आए थे। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक के अनुपस्थित रहने तथा समय पर उपचार न मिलने का आरोप लगाया है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच एसीएमओ डॉ. जाहिद अली त्यागी को सौंपी है। वह दिन के समय जांच के लिए अस्पताल आए थे। जांच रिपोर्ट के उपरांत मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।-डॉ. शैलेंद्र चौरसिया, चिकित्साधीक्षक सीएचसी कैराना।

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