अधिकारियों पर लगाया खरीद में आनाकानी का आरोप
सच कहूँ/विकास सिंहमार, सफीदों। नई अनाज मंडी में उस समय अफरा तफरी मच गई, जब कुरड गांव के एक किसान ने खरीद नहीं होने से धान की ढेरी को वीरवार दोपहर को आग लगाने का प्रयास किया। वह पेट्रोल डाल आग लगाने जा रहा था। मौके पर मौजूद आढ़ती व किसानों ने माचिस छिन कर किसान को ढेरी से दूर किया। वहीं मामले को लेकर मार्केट कमेटी और वेयरहाउस के कर्मचारी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते नजर आए।
कुरड के किसान अमीर बाज और गांव हाट के किसान रणधीर सिंह ने बताया कि उन्होंने पीआर धान दस दिनों से मंडी डाली हुई है, लेकिन मार्केट कमेटी और वेयरहाउस के कर्मचारी उनकी धान की फसल को खरीदने में आनाकानी रहे हैं। इससे परेशान होकर वह अपनी फसल को आग लगाने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि गेहूं की फसल की बुवाई चल रही है, लेकिन हमें दिन-रात मंडी में फसल की रखवाली करनी पड़ रही है। किसान रणधीर सिंह ने कहा कि उसकी फसल 16 तारीख से मंडी में पड़ी है, लेकिन मार्केट कमेटी के कर्मचारी फसल की खरीद के लिए 300 रुपए क्विंटल रिश्वत की मांग कर रहे हैं। किसान अमीर बाज ने बताया कि जब उनकी फसल सूखी हुई है तो वो 300 रुपए क्यों दें? जो किसान कर्मचारियों को रिश्वत दे दे उस किसान की फसल की खरीद हो जाती है। उन्होंने कहा कि मजबूरी में वो अपनी 6 महीने की मेहनत को आग लगाने जा रहे थे। किसान द्वारा फसल को आग लगाने की कोशिश के बाद वेयरहाउस के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और फसल की खरीद प्रकिया शुरू की।
गांव कुरड निवासी किसान कुलदीप की ढेरी पर जब वेयरहाउस के कर्मचारियों ने ढेरी के अंदर हाथ डाल कर फसल की नमी की जांच की तो किसान कुलदीप ने इसका विरोध किया। कुलदीप ने कहा कि उसकी फसल पिछले 15 दिनों से मंडी में पड़ी हुई है। जिसके कारण धान की ढेरी के बहुत नीचे गर्मी होने के कारण नमी बन जाती है। कर्मचारी ने फसल के बहुत नीचे हाथ डाल कर नमी की जांच की है, जोकि 22 प्रतिशत आई है, लेकिन जब कुलदीप ने ढेरी के ऊपर से नमी की जांच करवाई तो वह 17 प्रतिशत निकली। जिस पर कुलदीप ने कहा कि उनकी फसल की नमी का औसत लगा कर फसल की खरीद होनी चाहिए।
वेयरहाउस मेनेजर रणधीर की ढेरी पर हुए मौन
वेयरहाउस के मेनेजर सुमित शर्मा ने बताया कि किसानों की धान की फसल ने नमी की मात्रा सरकार द्वारा निर्धारित मानक से अधिक है और फसल की सफाई भी नहीं की गई है। मंडी में भी पंखे की कोई व्यवस्था नहीं है। जिस कारण से खरीद नहीं हो पा रही है। उन्होंने दावा किया कि जिस ढेरी में नमी सही पाई जा रही है, उसको खरीदा जा रहा है। जब उनसे पूछा गया कि किसान रणधीर की ढेरी की नमी, जोकि सरकार द्वारा निर्धारित मानक से भी कम पाई गई, उसको क्यों नहीं खरीदा गया, उस पर वो मौन हो गए।
किसी किसान को परेशान नहीं होने देंगे : कादियान
मार्केट कमेटी के सचिव जगजीत सिंह कादियान ने कहा कि पीआर धान की फसल के लिए वेयरहाउस के कर्मचारियों को बुला लिया गया है। किसी किसान को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। मार्केट कमेटी का कोई कर्मचारी रिश्वत नहीं मांग रहा है। अगर किसी ने किसान ने आरोप लगाए हैं तो उसकी जांच करवाई जायेगी।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।